राशि के अनुसार किस तरह का तिलक लगाये

हम जानते है की अलग अलग राशि के स्वामी अलग अलग होते है उनके शुभ फल के लिए अलग अलग तिलक लगाने का विधान है | अपनी राशि के अनुसार तिलक नित्य करने से 30 दिनों में ही परिणाम आने लगते है | राशि के अनुसार तिलक लगाने से आपके तारे आप पर महरबान रहते है और सही फल प्रदान करते है |

rashi anusar tilak kounsa hai


अपनी राशि के हिसाब से तिलक 

12 राशियों के 12 ग्रह स्वामी और उनके निर्मित तिलक . यदि आप अपने राशि के ग्रह स्वामी के हिसाब से तिलक लगाते है तो ज्योतिष के हिसाब से आपको बहुत अच्छी परिणाम देखने को मिलते है . 

वृष- वृष राशि के स्वामी शुक्र हैं इसलिए किसी भी हर कार्य में सफलता के लिए दही का तिलक लगाएं।

मिथुन- इस राशि वालो को बुध को बली करने के लिए अष्टगंध का तिलक लगाना चाहिए। दही का

कर्क – इस राशि के जातको का स्वामी चन्द्र है जो सफेद चंदन के तिलक से प्रसन्न होते है |

सिंह- इस राशि के स्वामी सूर्य देवता  को खुश करने के लिए लाल चंदन का तिलक लगाएं।

कन्या- कन्या राशि वालो को बुध को प्रसन्न रखने के अष्टगंध का तिलक लगाना चाहिए ।

तुला- शुक्र तुला वाले जातकों को तिलक के लिए दही का तिलक कम में लेना चाहिए।

वृश्चिक- मंगल स्वामी होने के कारण इन राशि वालों को सिंदुर का तिलक लगाना चाहिए।

धनु – इस राशि के स्वामी गुरू हैं, यह हल्दी का पीला तिलक लगाएं।

मकर- मकर राशि के स्वामी शनि देव  है | इन राशि वालो को काजल का तिलक लगाना चाहिए।

कुंभ- कुंभ राशि के स्वामी भी शनि है जिन्हें काले रंग का तिलक जैसे काजल या भस्म का तिलक सबसे प्रिय है

मीन- इसके स्वामी गुरु है और इन राशि वालो को शुभ फल प्राप्त करने के लिए केसर का तिलक करना चाहिए |

तिलक से जुड़े है कुछ जरुरी नियम 

ललाट पर तिलक लगाते समय कुछ जरुरी नियम का जरुर पालन करना चाहिए .इससे तिलक लगाने से अच्छा भाग्य प्राप्त होता है . 

  • हमेशा स्नान के बाद ही तिलक लगाना चाहिए . 
  • तिलक लगाने के तुरंत बाद सोना नही चाहिए . तिलक अच्छे कर्म को करने की प्रेरणा देता है . 
  • स्वयम को यदि आप तिलक लगा रहे है तो अपनी अनामिका अंगुली काम में ले और यदि दुसरे व्यक्ति को तिलक लगा रहे है तो आप अनामिका और अंगूठे को काम में ले . 
  • तिलक लगाते समय आँखे बंद करके अपने इष्ट देव को याद करना चाहिए . 


Post a Comment

Previous Post Next Post