राम नाम की महिमा और शक्ति
Importance of Ram Naam || राम नाम की महिमा का कोई पार नहीं है | यह अति सुखदाई है जो आत्मिक और मानसिक सुख प्रदान करता है | हजारो बार वैज्ञानिक यह सिद्ध कर चुके है की श्री राम का नाम जपने वाला व्यक्ति नकारात्मक उर्जा से दूर सकारात्मक उर्जा से भर जाता है | राम नाम जपने से एक अलग ही उर्जा का संचार व्यक्ति में होने लगता है .
राम सर्वशक्ति शाली है पर उनके तीन परम भक्तो ने अपनी भक्ति से उनके नाम को उनसे भी ज्यादा शक्तिशाली बना दिया है | ये तीन महान भक्त है हनुमान जी , भरत और विभीषण |
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असुर कुल में जन्म लेकर भी जब विभीषण ने राम नाम का जप सच्चे मन से किया तो उन्हें राम चरणों की सेवा का मोका मिला . राम कृपा से जब सम्पूर्ण लंका का नाश हो गया तो सिर्फ विभीषण ही उस कुल में जीवित बचे और फिर लंका का राजा मन राज किया .
राम के सबसे बड़े दीवाने हनुमान को अजर अमरता का वरदान प्राप्त हुआ .
कोई तन दुखी,
कोई मन दुखी,
कोई धन बिन रहत उदास
इस जगत में बस एक सुखी
जो जय राम का दास |
राम का नाम लिखने पर पत्थर भी पानी में तीर जाते है
यह तो सर्वविदित है की जब लंका जाने के लिए समुन्द्र पर रामेतु पुल बनाना था तब नल और नीर ने पत्थरो पर प्रभु श्री राम का नाम लिखकर उन्हें पानी पर तीरा दिया था | यह राम नाम की शक्ति थी की पत्थर भी पानी में डूब नही सके | आज भी वो पत्थर पानी में डूबते नही है | यह राम नाम का चमत्कार ही था |
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राम नाम में है कितनी शक्ति
र', 'अ' और 'म', इन तीनों अक्षरों के योग से 'राम' मंत्र बनता है। यही राम रसायन है। 'र' अग्निवाचक है। 'अ' बीज मंत्र है। 'म' का अर्थ है ज्ञान। यह मंत्र पापों का नाश करके ज्ञान की ज्योत जलाने वाला है | मुक्ति का आधार , नारायण के चरणों में पहली कदम यही है | राम शब्द का अर्थ ही पापो का नाश करने वाला , मनोहर | यही व्यक्ति के एक सहारा है | विष्णु के सहस्त्र नामो एक यही निचोड़ है |
राम में छिपा है ॐ और ॐ में छिपा है राम
राम शब्द का विग्रह करने पर बनता है र + अ + म = इसके दुसरे क्रम में अ र म फिर अ : म और उससे बना है ॐ |
इसी तरह ॐ से बनेगा राम : अ : म उससे अ + र + म और क्रम बदलने से र + अ + म = राम
अत: राम शब्द में महा अक्षर ॐ की शक्ति विधमान है और इसकी कारण राम शब्द को वेदप्राण भो बोला जाता है |
सबसे सरल मंत्र है राम
यदि आप मंत्रो का उच्चारण या जाप करना चाहे और विधि नही पता हो , या मंत्र नहीं जानते हो तब यह राम शब्द का जाप सर्वसिद्धि देने वाला है | आप अच्छी तरह जानते है की सिर्फ राम राम का जाप करने से हनुमानजी और विभीषन तक अजर अमर हो गये और उनकी कीर्ति हर जगह सूर्य के प्रकाश की तरह फ़ैल गयी | राम नाम लेखन आज हिन्दुओ की आधारशिला बन चूका है | बस राम का नाम लिखते रहे और मन में राम राम करते रहे |
राम नाम सहस्त्र विष्णु नाम के बराबर फलदाई
पुराणों में आई कथा के अनुसार एक बार माँ पार्वती ने शिव जी से पूछा कि भगवान विष्णु के सहस्त्र नाम का जाप सरल रूप में कैसे किया जा सकता है तब महादेव मुस्कुराये और बोले कि सिर्फ राम नाम का जप करने से ही व्यक्ति को विष्णु के हजारो नाम के जप के बराबर फल प्राप्त हो जाता है .
सिर्फ दो अक्षरों का यह राम नाम अपने आप में महाशक्तिशाली मंत्र का कार्य करता है .
राम रामेति रामेति , रमे रामे मनोरमे
सहस्त्र नाम त तुल्यं , राम नाम वराहने
कलियुग में तुलसीदास ने किये राम के दर्शन
रामचरितमानस के रचित गोस्वामी तुलसीदास को अपनी पत्नी से अति प्रेम था और वे एक क्षण में उनके बिना रह ना सकते थे . इस बात से दुखी उनकी पत्नी ने उन्हें एक बार जबरदस्त झाडा और कहा कि इतना प्रेम राम से करते तो तुम्हारा उद्धार हो जाता .
यह बात तुलसीदास जी को समझ आ गयी और उसी समय से वो राम नाम की भक्ति में डूब गये और राम नाम की शक्ति से उन्हें राम जी के दर्शन भी कलियुग में हुए .
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सारांश
- तो दोस्तों हमने आपको सबसे सरल महामंत्र के बारे में बताया जिसका नाम नित्य करने से सभी मंगलमय परिणाम आते है . यह मंत्र है राम नाम का महा मंत्र जिसकी महिमा वेद पुराणों में अत्यंत बताई गया है . आशा करता हूँ कि यह पोस्ट आपको जरुर पसंद आई होगी
ram ram jap ke bare mein aapne bahut hi achha trah se batya hai, mujhe aapki post bahut hi pasnad aayi hai,
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