तुलसी के पत्ते तोड़ते समय ध्यान रखे ये नियम

Tulsi Ko Todne Ke Niyam . पुराणों और शास्त्रों के अनुसार तुलसी जी का पौधा पूजनीय है | इसे घर के आँगन में लगाना चाहिए और नित्य पूजा करनी चाहिए | यह धार्मिक और वैज्ञानिक दोनों ही तरफ से महिमापूर्ण है | यह विष्णु प्रिया लक्ष्मी जी का ही एक रूप है | बिना तुलसी के पत्ते के विष्णु जी भोग को स्वीकार नही करते है | पौराणिक कथा के अनुसार जालंधर की पत्नी वृंदा थी | वही अपने पति की मृत्यु के बाद तुलसी बनी | अपने श्राप से उन्होंने विष्णु को शालिग्राम शिला बना दिया |

तुलसी तोड़े तो जाने नियम

अत: इस पोस्ट में जानेंगे कि तुलसी जी के पत्ते  तोड़ते समय हमें किन बातो का ध्यान रखना चाहिए और कब तुलसी नही तोड़नी चाहिए .  

➜ तुलसी पूजा में नामाष्टक मंत्र से प्रसन्न होती है वृंदा देवी , करती है मंगल  

तुलसी के पत्ते तोड़ते समय मंत्र

हो सके तो आप यह मंत्र याद कर ले , इस मंत्र का उच्चारण करते करते ही तुलसी के पत्ते तोड़ने चाहिए . मंत्र का अर्थ है कि हे कृष्ण प्रिया हम आपके पत्तो का प्रयोग पूजा और भोग में काम में लेना चाहते है , हम इसी प्रयोजन से आपके पत्ते तोड़ रहे है , हमारी पूजा को पूर्ण करवाओ माँ . 

मातस्तुलसि गोविन्द हृदयानन्द कारिणी
नारायणस्य पूजार्थं चिनोमि त्वां नमोस्तुते ।।

तुलसी पत्र तोड़ने से जुड़े नियम

1. कभी भी बिना नहाये तुलसी के पत्ते नही तोड़ने चाहिए |

2.रविवार और एकादशी  की तिथि पर  भी तुलसी नहीं तोड़नी  चाहिए।

3.अमावस्या, चौदस  तिथि और एकादशी को भी तुलसी को तोड़ना पाप के तुल्य बताया गया है |

4. बिना किसी कारण के कभी तुलसी जी के पत्ते नही तोड़े |

5. रविवार को तुलसी जी के पौधे में पानी नही दिया जाता है |

6. घर में यदि तुलसी जी का पौधा है तो हर संध्या उसके सामने दीपक जरुर जलाये | यह लक्ष्मी के समान होती है |

7. विष्णु , कृष्ण  और हनुमान जी के भोग में तुलसी जरुर डाले |

8. कभी भी गणेश और शिव जी की पूजा में तुलसी के पत्ते नही काम में ले |

9. तुलसी जी पत्ते को कभी भी दाँतो से चबाना नही चाहिए | इसे सीधे निगल ले |

10. तुलसी को लाल रंग की ओढ़नी पहनाकर रखे | यह इनका श्रंगार है |

11. जिस गमले में आपने तुलसी जी लगा रखी है , उसके आस पास सफाई का अच्छे से ध्यान रखना चाहिए . गमले पर अच्छा सा रंग करे और उसे भी सजाकर रखना चाहिए . 

12. हिन्दू धर्म में चरणामृत का महत्व है अत: भगवान के स्नान किये हुए जल में तुलसी जी के पत्ते तोड़कर इसका पान किया जाता है . 

13. तुलसी जी के पत्ते कभी बासी नही होते है , आप इन्हे धो कर काम में सकते है . 


सारांश 

  1. तुलसी जी के पत्ते तोड़ते समय कौनसे नियम काम में लेने चाहिए . कौनसी गलतिया है जो तुलसी पत्ते तोड़ते समय नही करनी चाहिए .   आशा करता हूँ आपको यह पोस्ट जरुर पसंद आई होगी 
Other Similar Posts

➜ क्यों रविवार को तुलसी नही तोड़नी चाहिए और ना ही पानी देना चाहिए

➜ मंदिर में जाने के 10 नियम और रखे इन बातो का ध्यान

➜ माथे पर तिलक लगाने के फायदे

➜ क्यों गणेश जी को तुलसी के पत्ते नही चढाने चाहिए ?

➜ तुलसी जी के पौधे में किन बातो का ध्यान रखना चाहिए

Post a Comment

Previous Post Next Post