गोल्डन टेम्पल अमृतसर से जुडी कुछ रोचक बाते

Golden Temple Of Amritsar Punjab Story and Some Important Things you have to Know अमृतसर की सबसे खास और प्रसिद्ध जगहों में से एक है गुरुद्वारा हरमिंदर साहिब। जो गोल्डन टेम्पल  के नाम से भी जाना जाता है। यह गुरुद्वारा अपनी सुंदरता और धार्मिक एकता के लिए पूरी दुनिया में मशहूर है। यह धार्मिक स्थल न की सिर्फ बेहद खूबसूरत है, बल्कि इतिहास की नजह से भी बहुत खास है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं, गोल्डन टेम्पल से जुड़ी रोचक और दिलचस्प  ऐसी बातें, जो इसे और भी खास बनाती है . 

गोल्डन टेम्पल

★इसके कई मुख्य नामो में श्री हरिमन्दिर साहिब , दरबार साहिब और स्वर्ण मंदिर है |

★ स्वर्णमंदिर सिखधर्म का मुख्य पावन और मुख्य गुरुद्वारा है .  

★ इस Temple की नींव साईं मियान मीर नामक एक मुस्लिम में रखी |

★ स्वर्ण मंदिर अमृतसर की स्थापना 1574 में चौथे सिख गुरु रामदासजी ने की थी |

★ यह अमृतसर के बिलकुल बीच में है |

गोल्डन टेम्पल


★ महाराजा रणजीत सिंह से कई किलो सोना दान में दिया |

★ स्वर्ण मंदिर के निर्माण में 90 के दशक में फिर से लगभग 500 किलो से ज्यादा सोना लगा है जो 24 कैरट का है . 

★ मंदिर में सभी धर्म वाले लोग आते है , साथ ही यहा चार दरवाजे चार धर्म के द्वार बताये जाते है . 

★  स्वर्ण मंदिर अमृतसर शहर की पहचान बन गया है . 

★ इसके चारो तरफ सरोवर फैला हुआ है जिसे अमृत सरोवर कहा जाता है | इसके पानी को शुद्ध रखा जाता है और आप इसमे अपनी शक्ल भी साफ़ साफ़ देख सकते है . 

गोल्डन टेम्पल


★यहा दुनिया का सबसे विशाल लंगर लगाया जाता है जिसमे 50,000 तक लोग शामिल होते है |

★ अहमद शाह अबदाली ने एक बार इस मंदिर पर हमला किया पर तब सिख सेना ने उसे धुल चटा दी थी |ब्रिटिश सरकार ने भी यहा प्रथम विश्व युद्ध के समय यहाँ जीत के लिए अखंड ज्योत पाठ करवाया था .

★ स्वर्ण मंदिर को कई बार बाहरी आक्रमणों के कारण नुकसान उठाना पड़ा पर हर बार सिख धर्म वाले लोगो ने इसे फिर से सही कर दिया . 

★ यहा हर दिन एक लाख के करीब लोग फ्री में लंगर करते है . इसमे 7000 किलो  आटा, 1300 किलो दाल, 1200 किलो चावल और 500 किलो मक्खन इस्तेमाल होता है. 

★  स्वर्ण मंदिर से जुड़ा एक वर्ल्ड रिकॉर्ड यह भी है कि एक दिन में सबसे ज्यादा घुमने वाली जगह का इसे दर्जा प्राप्त है . 

★ दुनिया में सबसे बड़ा किचन रखने का रिकॉर्ड भी स्वर्ण मंदिर अमृतसर के नाम है क्योकि यहा लगने वाले लंगर में लाखो लोगो को खिलाने का खाना बनता है . 


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