पीपल की महिमा और महत्व 


क्या है पीपल के पेड़ का महत्व - महिमा 

भारत के सनातन धर्म में पीपल की महिमा (Importance of Peepal in Hindi ) बहूत ही अनुपम में | यह पेड़ो का राजाधिराज कहलाता है तो कही इसे देववृक्ष भी पुकारा जाता है . 

इसके मूल भाग में बह्रमा , मध्य में विष्णु और अग्र भाग में भगवान  शिव निवास करते है | कुछ विशेष त्यौहार में इसकी या इसके पत्तो से पूजा करना अनिवार्य बताया है | शास्त्रों के अनुसार पीपल की विधि पूर्वक पूजा-अर्चना करने से समस्त देवता स्वयं ही पूजित हो जाते हैं , इस चमत्कारी पेड़ के संध्या के समय तेल का दीपक जलाने पर परिक्रमा करने से सभी संकट दूर होते है और भाग्योदय होता है |

peepal ki mahima or puja vidhi

पीपल पेड़ की महिमा में स्वयं श्री कृष्ण भगवान ने भागवत में कहा है कि मैं स्वयं वृक्षों में पीपल हूँ .  

कहते है कि चाहे ग्रह दोष हो , देवी देवताओ का दोष हो या फिर पितृ दोष हो सबके उपाय पीपल की पूजा से संभव हो जाते है . किसी अन्य की पूजा करे या ना करे पर प्रतिदिन पीपल को सींच कर पूजा कर ली तो सभी देवी देवताओ की कृपा आप पर आने लगती है . 

इसलिए हमारे हिन्दू धर्म में पीपल के पेड़ (Ficus religiosa  Or Sacred fig) का अत्यंत महत्व है . इसके इंग्लिश नेम में भी  Sacred यानी पवित्र शब्द का प्रयोग हुआ है . 

बौध धर्म में भी इस पेड़ का अपना महत्व है और इसे बोधि पेड़ (BodhiTree) के नाम से जानते है . बौध धर्म में माना जाता है की गौतम बुद्धा को इस पेड़ की छाव में ही ब्रहम ज्ञान हुआ था .  जबकि नेपाल में इसे अश्वत्ता (Ashvattha) के नाम से जाना जाता है . 

पीपल के पेड़ की जितनी महिमा बताई जाये वो कम है . यह कल्पवृक्ष की तरह आपनी सभी मनोकामनाओ को पूर्ण करता है . हर व्यक्ति को अपने जीवन काल में एक पीपल का पेड़ लगाकर उसकी देखभाल करनी चाहिए . प्रकृति के साथ साथ सभी सकारात्मक शक्तियां आपसे प्रसन्न होगी . 

पीपल की पूजा अर्चना से कई यज्ञो का फल प्राप्त होता है और इसकी पूजा इस कलियुग में बहुत ही प्रभावी मानी गयी है . 

पीपल की पूजा अर्चना और टोटके अपना कर पाए सभी सुख 

पीपल से जुड़ी रोचक बाते - Hindi Facts About Peepal Tree 

क्या भूत प्रेत रहते है पीपल में ?

टीवी या मीडिया यह सरासर गलत ही दिखाते है की पीपल के पेड़ पर भूत प्रेत रहते है | पीपल तो देवी देवताओ का पेड़ है अत: इस पर देवी देवता और पितरो का ही निवास  है |

ज्योतिष शास्त्र में भी है चमत्कारी :

यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में कोई ग्रह दोष हो तो वो नित्य पीपल की पूजा करते उस ग्रह की शांति करा सकता है | कालसर्प जैसे दोष भी नित्य पीपल पूजन से ख़त्म हो जाते है | शनिवार के दिन पीपल के पेड के निचे हनुमान चालीसा पढने से हनुमान जी और शनि देव की विशेष कृपा प्राप्त होती है |

peepal puja


धन दौलत भी दिलाता है यह पेड़ :

कहते है हर पूर्णिमा के दिन सुबह लक्ष्मी जी इसका फेरा लगाती है , अत: इस समय फल पुष्प और मिठाई चढाने से और लक्ष्मी नाम के 108 जाप करने से मनुष्य अर्थ शक्ति हो पाता है |

पीपल का पौधा लगाये और उसकी सेवा करे :

हो सकते तो सभी को एक पीपल का पोधा लगाकर रविवार को छोड़कर हर दिन जला अर्पित करना चाहिए | जैसे जैसे यह पौधा बढेगा वैसे वैसे आपका यश कीर्ति भी समाज में बढ़ेगी | पीपल का पौधा लगाकर उसकी सेवा करने से पितृ दोष दूर होते है |

पीपल के निचे शिवलिंग 

यदि कोई व्यक्ति पीपल के पेड़ के निचे शिवलिंग स्थापित करके उसकी विधिवत पूजा अर्चना करता है तो उसे समस्त भौतिक सुखो की प्राप्ति होती है . उस व्यक्ति की बड़ी से बड़ी परेशानी टल जाती है और वो अपना भाग्योदय करवा लेता है . 

स्वास्थ्य के नजरिये से भी महत्वपूर्ण है पीपल का पेड़ 

हिन्दू , बौध और जैन धर्म में तो पीपल को आध्यात्मिक और पवित्र पेड़ माना गया है पर बात करे इसके औषधि गुणों की तो पीपल के पेड़ को स्वास्थ्य के मामले में बहुत ही जरुरी पेड़ माना गया है . 

इस पेड़ के द्वारा शुगर (Diabetes Controller) की बीमारी को कम किया जा सकता है . कहते है कि यह पेड़ 24 घंटे ऑक्सीजन देता है अत: प्रकृति के लिहाज से बहुत ही आवश्यक पेड़ है . 

इसके साथ साथ अस्थमा (Asthma) और कब्ज (Constipation)  का भी यह ईलाज करने में सहायक है . 

इसके पत्तो के रस से रक्त शुद्ध होता है , पेप्टिक अल्सर सही होता है और वजन भी कम कर सकते है .  

सारांश 

  1.  तो मित्रों इस धार्मिक लेख में आपने जाना कि क्यों पीपल को देव तुल्य वृक्ष कहा जाता है . पीपल के पेड़ की महिमा और महत्व क्या है और किस तरह यह सर्व सुख दाता बनकर अपनी कृपा अपने सेवादारो पर बरसाता है . दोस्तों आशा है आपको यह पोस्ट जरुर पसंद आई होगी . 

पीपल के 11 पत्तो की राम माला हनुमान जी को

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