कालसर्प दोष दूर करने के ( निवारण ) उपाय
Kaal Sarp Dosh Karne Ke Upaay . ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिस व्यक्ति की कुण्डली में कालसर्प दोष होता है , उसका भाग्य बहुत ही अच्छा या फिर बहुत ही बुरा होता है | कालसर्प दोष है क्या, कैसा होता है और इसका उपाय क्या है?
आपको जरुर जानना चाहिए | लोगो को इस कुण्डली के दोष से डर लगता है | शास्त्रों में कुछ उपाय बताये गये है जिनसे कालसर्प दोष काफी हद तक कम हो जाता है | हम यहा इसके निवारण के 10 मुख्य उपाय पढेंगे |
कालसर्प दोष क्या होता है ?
राहू केतु को रहस्यात्मक ग्रह कहा जाता है | यह अचानक किसी अनहोनी को अंजाम दे देते है | राहू का अधिपति देवता काल है तो केतु के लिए है सर्प | यदि इन दोनों ग्रहों के मध्य कुण्डली में एक तरफ सभी ग्रह हो तो फिर कुण्डली में कालसर्प दोष बन जाता है | यह आपको आर्थिक और शारीरिक रूप से कष्ट दे सकता है |
यदि किसी योग्य पंडित ने आपको यह दोष बताया है | तब आपको कुछ सरल और प्रभावी उपायों से आप इसके प्रभाव को कम कर सकते है |
- राहू और केतु के मंत्रो का जप : कालसर्प दोष का मुख्य कारण कुण्डली में राहू केतु की गलत जगह आना है | आप राहू को केतु को प्रसन्न रखने वाले मंत्रो का जप करे | इससे कालसर्प दोष निवारण होगा |
- सर्प और नाग मंत्र से करे नागदेवता की पूजा : नाग भगवान शिव के आभूषण और विष्णु की शय्या है | आपको नाग मंत्रो द्वारा सही विधि से माला जप करना चाहिए | नाग मंत्र निचे दिए है |नाग सर्प मंत्र|| ॐ नागदेवताय नम: ||
नाग गायत्री मंत्र : || ॐ नवकुलाय विद्यमहे विषदंताय धीमहि तन्नो सर्प: प्रचोदयात् || - नाग पंचमी पर पूजा : सर्पो और नागो के मुख्य त्यौहार नाग पंचमी पर पूजा करे और किसी सपेरे से नाग को जंगल में मुक्त करवाए |
- शिव का शक्तिशाली मंत्र : भगवान शिव के महामृत्युंजय मंत्र को रुद्राक्ष की माला के साथ नित्य 108 बार जप करे |
- शिवलिंग पर नाग चढ़ाये : ऐसे शिवलिंग जिस पर धातु का नाग ना हो , सोमवार के दिन शिवलिंग पूजा के बाद धातु का नाग चढ़ाये | यह कालसर्प दोष के प्रभाव को कम करता है |
- काल सर्प दोष निवारण यन्त्र : घर में उचित मुहूर्त पर कालसर्प दोष निवारण यंत्र को स्थापित करके नित्य पूजा करे | यह कालसर्प दोष निवारण का बहुत ही प्रभावी उपाय है |
- पक्षियों को जौ के दाने : 45 दिन तक पक्षियों को नित्य जौ के दाने डाले |
- पवित्र तीर्थ में बहाए धातु के 11 नाग : भारत के मुख्य तीर्थस्थलो जैसे हरिद्वार , प्रयाग संगम , पुष्कर , काशी के घाट आदि में से किसी एक स्थान पर स्नान करके 11 धातु के नागो को पवित्र जल में छोड़े और उनसे विनती करे की आपके कालसर्प दोष भी बह जाये |
- भैरव और कृष्ण की पूजा : भैरव नाथ और कालिया नाग पर नृत्य करने वाले कृष्ण की पूजा से भी यह दोष कम होता है |
- भगवान शनि की शनिवार को पूजा : हर शनिवार को नवग्रहों के राजा शनि की भी विशेष पूजा करे | शनि के मंत्र का जप करे और काले कुत्ते को तेल से चुपड़ी रोटी खिलाये |
इन सभी अचूक और कारगर उपायों को करके आप कालसर्प दोष के बुरे परिणाम को कम कर सकते है |
सारांश
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार काल सर्प दोष एक पीड़ादायक दोष होता है और इसका निवारण करना जरुरी होता है नही तो यह अपना प्रभाव जातक पर दिखाता रहता है . आशा करता हूँ आपको यह पोस्ट जरुर पसंद आई होगी.
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