भारत के 12 प्रसिद्ध सूर्य मंदिर कौनसे है

भारत के प्रसिद्ध सूर्य मंदिर | Famous Sun Temples of India

भारत में वैदिक काल से ही सभी भगवानो के मंदिर बना कर पूजा पाठ करने का विधान रहा है . भारत में लगभग सभी देवी देवताओ के मंदिर आपको मिल जायेंगे . आज हम सूर्य देवता के मंदिर में बारे में जानेंगे .  सूर्य देव प्रत्यक्ष देवता है जो जीवन दाता है , अत: इन्हे हिन्दू धर्म के मुख्य पांच देवताओ में स्थान प्राप्त है . 

आइये जानते है भारत के मुख्य और प्रसिद्ध 12 सूर्य मंदिरों के इतिहास और प्रसिद्धी के बारे में | यह कहा पर स्तिथ है | भगवान सूर्य को हिन्दुओ के मुख्य पञ्च देवताओ में स्थान प्राप्त है |

सूर्य मंदिर कोणार्क


1. सूर्य मंदिर, मोढ़ेरा (Sun Temple, Modhera) :-

यह मंदिर अहमदाबाद से लगभग 100 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इसे भारत के तीन प्रसिद्ध प्राचीनतम सूर्य मंदिरों में से एक माना गया है | इस विश्व प्रसिद्ध मंदिर की सबसे बड़ी खासियत यह है कि पूरे मंदिर के निर्माण में जुड़ाई के लिए कहीं भी चूने का उपयोग नहीं किया गया है। ईरानी शैली में निर्मित इस मंदिर को भीमदेव ने तीन हिस्सों में बनवाया था। पहला हिस्सा गर्भगृह, दूसरा सभामंडप और तीसरा सूर्य कुण्ड है।

sun temple modera


कहां है मंदिर- ये मंदिर गुजरात के मोढ़ेरा में स्थित है। मोढ़ेरा मेहसाना से 25 कि.मी. व अहमदाबाद से 102 कि.मी. की दूरी पर है। 

2. कोणार्क सूर्य मंदिर (Konark Sun Temple)

कोणार्क सूर्य मंदिर उड़ीसा में सूर्य देवता को समर्पित है। रथ के आकार में बनाया गया यह मंदिर भारत की मध्यकालीन वास्तुकला का अनोखा उदाहरण है। इस सूर्य मंदिर को विशिष्ट आकार और शिल्पकला के लिए दुनिया भर में जाना जाता है।

konarak sury mandir


हिन्दू मान्यता के अनुसार सूर्य देवता के रथ में बारह जोड़ी पहिए हैं और रथ को खींचने के लिए उसमें 7 घोड़े जुते हुए हैं। रथ के आकार में यह मंदिर बनाया गया है ।

3. लोहार्गल सूर्य मंदिर ( Lohargal Sun Temple) :-

यह मंदिर राजस्थान के झुंझुनू जिले में स्थित है | यहा मंदिर के सामने एक प्राचीनतम पवित्र सूर्य कुण्ड बना हुआ है | मान्यता है की यहा स्नान के बाद ही पांडवो को ब्रहम हत्या के पाप से मुक्ति मिली थी | 

4. सूर्य मंदिर ग्वालियर (Surya Mandir Gwaliyar) :-

यह सूर्य मंदिर ग्वालियर में मोरार के पास है . इसे सूर्य मंदिर कोणार्क की तरह बनाया गया है . इस मंदिर की डिजाईन एक रथ की तरह है जिसे घोड़े खीचते हुए दिखाई देते है . 

ग्वालियर सूर्य मंदिर आगे का भाग

ग्वालियर रथ के घोड़े सूर्य मंदिर

इस मंदिर का निर्माण बिरला परिवार ने करवाया है जो भारत में बहुत से मंदिर बनाने के लिए जाने जाते है . यही कारण है की इसे बिरला सूर्य मंदिर भी कहा जाता है . इस मंदिर के चारो तरह हरियाली दिखाई देगी जो बताती है की सूर्य जीवन के लिए कितना जरुरी है . 

5. झालरापाटन सूर्य मंदिर (Jhalrapatan Sun Temple) : –

झालावाड़ का दूसरा जुड़वा शहर झालरापाटन को सिटी ऑफ वेल्स यानी घाटियों का शहर भी कहा जाता है।

शहर में मध्य स्थित सूर्य मंदिर झालरापाटन का प्रमुख दर्शनीय स्थल है। वास्तुकला की दृष्टि से भी यह मंदिर अहम है। इसका निर्माण दसवीं शताब्दी में मालवा के परमार वंशीय राजाओं ने करवाया था। मंदिर के गर्भगृह में भगवान विष्णु की प्रतिमा विराजमान है। इसे पद्मनाभ मंदिर भी कहा जाता है।

jhalapatan sury mandir


6. मार्तंड मंदिर प्रतिरूप :-

दक्षिण कश्मीर के मार्तण्ड के प्रसिद्ध सूर्य मंदिर के प्रतिरूप का सूर्य मंदिर जम्मू में भी बनाया गया है। मंदिर मुख्यत: तीन हिस्सों में बना है।

पहले हिस्से में भगवान सूर्य रथ पर सवार हैं जिसे सात घोड़े खींच रहे हैं। दूसरे हिस्से में भगवान शिव का परिवार दुर्गा गणेश कार्तिकेय पार्वती और शिव की प्रतिमा है और तीसरे हिस्से में यज्ञशाला है।

7. औंगारी ​सूर्य मंदिर (Aungari Sun Temple) –

नालंदा का प्रसिद्ध सूर्य धाम औंगारी और बडग़ांव के सूर्य मंदिर देश भर में प्रसिद्ध हैं। ऐसी मान्यता है कि यहां के सूर्य तालाब में स्नान कर मंदिर में पूजा करने से कुष्ठ रोग सहित कई असाध्य व्याधियों से मुक्ति मिलती है। प्रचलित मान्यताओं के कारण यहां छठ व्रत त्यौहार करने बिहार के कोने-कोने से ही नहीं, बल्कि देश भर के श्रद्धालु यहां आते हैं। लोग यहां तम्बू लगा कर सूर्य उपासना का चार दिवसीय महापर्व छठ संपन्न करते हैं। कहते है कि भगवान कृष्ण के वंशज साम्ब कुष्ठ रोग से पीड़ित था। इसलिए उसने 12 जगहों पर भव्य सूर्य मन्दिर बनवाए थे और भगवान सूर्य की आराधना की थी। ऐसा कहा जाता है तब साम्ब को कुष्ठ से मुक्ति मिली थी। उन्ही 12 मन्दिरो मे औगारी एक है।

8. उन्नाव का सूर्य मंदिर (Sun Temple, Unnao) :-

उन्नाव के सूर्य मंदिर का नाम बह्यन्य देव मन्दिर है। यह मध्य प्रदेश के उन्नाव में स्थित है। इस मन्दिर में भगवान सूर्य की पत्थर की मूर्ति है, जो एक ईंट से बने चबूतरे पर स्थित है। जिस पर काले धातु की परत चढी हुई है। साथ ही, साथ 21 कलाओं का प्रतिनिधित्व करने वाले सूर्य के 21 त्रिभुजाकार प्रतीक मंदिर पर अवलंबित है।

9. रनकपुर सूर्य मंदिर (Ranakpur Surya Temple) :-

राजस्थान के रणकपुर नामक स्थान में अवस्थित यह सूर्य मंदिर, नागर शैली मे सफेद संगमरमर से बना है। भारतीय वास्तुकला का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत करता यह सूर्य मंदिर जैनियों के द्वारा बनवाया गया था जो उदयपुर से करीब 98 किलोमीटर दूर स्थित है।

10. सूर्य मंदिर रांची (Sun Temple, Ranchi) :-

रांची से 39 किलोमीटर की दूरी पर रांची टाटा रोड़ पर स्थित यह सूर्य मंदिर बुंडू के समीप है 7 संगमरमर से निर्मित इस मंदिर का निर्माण 18 पहियों और 7 घोड़ों के रथ पर विद्यमान भगवान सूर्य के रूप में किया गया है। 25 जनवरी को हर साल यहां विशेष मेले का आयोजन होता है।

ranchi sury mandir


11. मार्तंड सूर्य मंदिर (Martand Sun Temple) :-

मार्तण्ड सूर्य मंदिर जम्मू और कश्मीर राज्य के अनंतनाग नगर में स्थित एक प्रसिद्ध मंदिर है। मार्तण्ड का यह मंदिर भगवान सूर्य को समर्पित है। यहाँ पर सूर्य की पहली किरण के साथ ही मंदिर में पूजा अर्चना का दौर शुरू हो जाता है। मंदिर की उत्तरी दिशा में सुन्दर पर्वतमाला है । यह मंदिर विश्व के सुंदर मंदिरों की श्रेणी में भी अपना स्थान बनाए हुए है।

surya mandir martand

हालाकि अब इस मंदिर की हालत काफी जर्जर हो चुकी है , इसे काफी क्षति मिली है पर पहले के समय में यह भारत के सबसे भव्य मंदिरों में गिना जाता था . 

12. बेलाउर सूर्य मंदिर (Belaur Surya Mandir) :-

यह मंदिर पश्चिभिमुख है | सूर्य पूजा का छठ पर्व पर हजारो श्रद्धालु इस सूर्य मंदिर में दर्शन करने दूर दूर से आते है | वे भगवान सूर्य की उपासना जल से करते है  | मंदिर में सात घोड़े वाले रथ पर सवार भगवान भास्कर की प्रतिमा ऐसी लगती है मानों वे साक्षात धरती पर उतर रहे हों।

सारांश 

  1.  तो दोस्तों इस आर्टिकल में आपने जाना की भारत के प्रसिद्ध 12 सूर्य मंदिर कौनसे है और कहाँ स्तिथ है. इनका इतिहास क्या है और आज इनकी क्या अवस्था है .   आशा करता हूँ कि आपको यह पोस्ट अच्छी लगी होगी .

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