खाटू श्याम जी फाल्गुन 2023 मेला कब से है ?
Flgun Mela Khatu Shyam ji 2023 Dates . हर साल भरने वाला विश्व प्रसिद्ध खाटू श्याम जी श्याम बाबा का लक्की मेला इस साल 2023 में फिर से भरने जा रहा है . यह मेला हर साल फाल्गुन माह में भरता है और फाल्गुन द्वादशी तक संपन्न होता है . पहले यह सिर्फ पांच दिनों तक भरता था लेकिन अब भक्तो की अपार भीड़ के कारण यह मेला 15 से 20 दिनों तक भरने लगा है .
आज हम इस आर्टिकल में आपको बताएँगे कि Falgun Mela 2023 Dates क्या है . Kab Se Hai Falgun Mela 2023 Khatu Shyam ji Temple .
खाटू श्याम जी फाल्गुन मेला डेट्स
Khatu Shyam ji Mela Festival 2023 Dates . इस साल 2023 में फाल्गुन माह की मुख्य एकादशी 3 March 2023 है और फिर फाल्गुन शुक्ल द्वादशी 4 March 2023 है . अत: मेला 22 फ़रवरी 2023 से ही शुरू हो जायेगा जिससे की भक्त ज्यादा दिनो तक मेले में बाबा श्याम के दर्शन कर सके . मुख्य मेला छ दिनों का होता है जो 27 फरवरी से लेकर 4 मार्च तक रहेगा . इस बार 50 लाख भक्तो के श्याम जी के लक्की मेले में आने के चांस है .
क्यों भरता है फाल्गुन मेला ?
Importance of Khatu Falgun Mela कहते है कि कलियुग में घर घर पूजे जाने वाले बर्बरीक का शीश फाल्गुन द्वादशी को ही श्याम कुंड से निकला था . इसलिए तब से हर साल फाल्गुन द्वादशी और एकादशी को मुख्य मेला खाटू नगरी में भरता है .
प्रसिद्ध है निशान यात्रा
खाटू श्याम जी मंदिर में भक्तो के द्वारा पद यात्रा करके एक निशान चढाने की परम्परा बहुत पुरानी है . यह निशान एक ध्वजा होती है जिस पर एक नारियल बंधा होता है . फाल्गुन मेले में लाखो भक्तो के द्वारा लाखो निशान चढ़ाये जाते है .
निशान यात्रा एक तरह की पदयात्रा होती है जिसमे भक्त हाथो में श्याम ध्वज ( निशान) हाथ में उठाकर श्याम बाबा को चढाने खाटू श्याम जी मंदिर तक जाते है | मुख्यत यह यात्रा रींगस से खाटू श्याम जी तक की जाती है जो १८ किमी की यात्रा है | भक्त अपनी श्रद्दा से इसे जयपुर , दिल्ली कोलकाता और अपने घर से भी शुरू कर देते है | माना जाता है की पैदल निशान यात्रा करके निशान श्याम बाबा को चढाने से श्याम बाबा शीघ्र ही प्रसन्न होकर आपकी मनोकामना को पूर्ण करते है |
कैसा होता है निशान ?
निशान छोटे से बड़े मुख्यत केसरी नीला , सफ़ेद ,लाल रंग का झंडा होता है | इन निशानों पर श्याम बाबा और कृष्ण भगवान के जयकारे और दर्शन के फोटो होते है | कुछ निशानों पर नारियल और मोरपंखी भी लगी होती है | इसपर सिरे पर एक रस्सी बंधी होती है जिससे यह निशान हवा में लहराता है | आजकल कई भक्त सोने और चांदी के भी निशान श्याम बाबा को अर्पित करते है |
क्यों चढ़ाया जाता है श्याम बाबा को निशान ?
Why Offer Nishan (Holy Flag ) to Khatu Shyam ji . बाबा श्याम ने अपना शीश धर्म के लिए भगवान कृष्ण को दान दिया दिया था | यह इतिहास में एक महान बलिदान था | तब कृष्ण ने उन्हें कलियुग में पूजे जाने का वरदान दिया था | आज जो भी निशान श्याम बाबा को चढाते है वो उसकी बलिदान के लिए है | निशान श्याम बाबा की जीत का है की उन्होंने बलदान दे कर भी सबका दिल जीत लिया | यदि वे बलदान नही करते तो वे कौरवो का साथ देते तब जीत कौरवों की ही होती |
क्यों प्रसिद्ध है भक्तो में खाटू का मेला
Why Falgun Mela Famous in devotes . श्याम भक्तो के लिए बाबा श्याम का दीदार करने के लिए सबसे उत्तम समय फाल्गुन मास को बताया गया है | इस माह में लाखो भक्तो का सैलाब खाटू धाम में अपने आराध्य खाटू श्याम जी के दर्शन करने दूर दूर से आता है | इस फाल्गुन मेले के समय खाटू में स्तिथ 500 से भी ज्यादा धर्मशालाए और होटल बुक हो जाते है | खाटू के घर घर में मेहमान आकर रुकते है जिससे इस लक्की मेले का आनंद ले सके | श्याम भक्तो में यह फाल्गुन मेला इतना प्रसिद्ध है कि वे 10 दिन तक रुककर यहा अपनी हाजरी लगाते है |
ऐसा माना जाता है कि फाल्गुन माह की शुक्ल पक्ष की द्वादशी को ही श्याम कुण्ड से बाबा श्याम का शीश प्रकट हुआ था जिसकी आज गर्भ गृह में पूजा की जाती है | अत: इसी कारण एकादशी और द्वादशी को पहले श्याम बाबा का मेला भरता था | अब समय के साथ भक्तो की अपार भीड़ अपने देव श्री श्याम के दर्शन करने आती है अत: यह मेला अब 10 दिन तक भराया जाने लगा है |
अब तो हर साल लगभग 40 लाख भक्त फाल्गुन माह में श्याम बाबा के दर्शनार्थ आने लगे है | खाटू श्याम मंदिर कमिटी इसी कारण मेले को 10 दिन तक भराने लगी है | फाल्गुन एकादशी पर साल में सिर्फ एक बार श्याम बाबा का रथ नगर भ्रमण पर ११ बजे के आस पास निकलता है जो श्याम भक्तो के लिए एक दर्शनीय पल होता है | अगले दिन द्वादशी पर सूरजगढ़ का निशान गाजे बाजे के साथ खाटू धाम लाया जाता है और फिर मंदिर के शिखर पर साल भर लहराता है | इस निशान के दर्शन करने के लिए भी श्याम भक्तो में उत्सुकता रहती है |
मेला 2023 होगा ख़ास
पिछले साल 2022 नवम्बर से लेकर फरवरी 2023 तक खाटू श्याम जी मंदिर भक्तो के लिए दर्शनार्थ बंद था क्योकि भक्तो की सुविधा के लिए मंदिर को विस्तारित किया जा रहा था . मंदिर प्रवेश द्वार में अब दुसरे गेट से प्रवेश किया जायेगा और मंदिर के अन्दर ही जिगजिग लाइन में चलते हुए दर्शन करने होंगे . इस तरह एक भक्त 5 मिनट तक बाबा के दर्शन कर सकता है . लाखो की भीड़ को सुचारू रूप से दर्शन करवाने के लिए अच्छी व्यवस्था की गयी है .
फाल्गुन खाटू मेले में कुछ जरुरी नियम है ये
- इस साल फाल्गुन मेले में निशान मंदिर तक नही ले जा सकेंगे , इसे पहले ही लखदातार ग्राउंड में चढ़ा देना होगा .
- भक्तो को कतार में लगकर बिना धक्का मुक्की किये दर्शन करने होंगे .
- बच्चो को साथ ले जाये तो उनकी जेब में आप अपना मोबाइल नंबर और एड्रेस की पर्ची जरुर डाल कर रखे जिससे की बच्चे खो जाए तो तो आपसे संपर्क किया जा सके .
- मेले में मंदिर कमिटी और प्रसाशन का सहयोग करे और व्यवस्था को बनाये रखे .
- सड़क पर नाच गान करके ट्रैफिक को ना बढ़ाये .
- मेला में सुरक्षा का पूरी तरह ध्यान रखा जायेगा . हर तरह पुलिस और CCTV कैमरे और ड्रोन से निगरानी रखी जाएगी .
- मंदिर परिसर में जिगजेग को हटाकर सीधी लाइन बना दी गयी है .
फाल्गुन खाटू मेले 5 मिनट में दर्शन
इस साल भरने वाले खाटू श्याम जी के फाल्गुन मेले में भक्तो को 5 मिनट में ही दर्शन हो जायेंगे . यह रिपोर्ट दैनिक भास्कर के द्वारा दी गयी है . मेले में 14 लाइन भक्तो की लगेगी जो लगातार चलती रहेगी . एक भक्त 10 सेकंड तक बाबा श्याम का दीदार कर सकेगा . मंदिर और प्रशासन ने भक्तो की सुविधा के लिए बहुत अच्छी व्यवस्था की है . नई व्यवस्था से एक घंटे में 3 लाख श्रद्दालु तक दर्शन कर पाएंगे .
पहले जब मेला भरता था तो भक्तो को 8 घंटे तक लाइन में लगाना पड़ता था और फिर उन्हें दर्शन होते थे .
विश्वविख्य्तात खाटू श्याम जी का फाल्गुन मेला 2023 कब से कब तक है (Falgun Mela Khatushyam ji 2023 Dates ). कैसे यह मेला भरता है और मेले से जुडी ख़ास बाते यहा से जाने .
Post a Comment