अबू धाबी में बने बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर से जुड़ी रोचक बातें 

Abu Dhabi Swami Narayan Temple Facts in Hindi . यूएई में  हिन्दुओ का पहला विशाल मंदिर 1 मार्च 2024 से आम जनता के दर्शनार्थ खोला गया है और इसमे हर दिन 40 से 50 हजार व्यक्ति दर्शन कर रहे है . 

आबू धाबी का स्वामी नारायण मंदिर

BAPS Hindi Facts About Swami Narayan Temple Abu dhabi 

★इस मंदिर का उद्घाटन भारत के प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने 14 फरवरी को किया था . 

★ मोदी ने उद्घाटन समारोह में बताया कि यह मंदिर  एकता और सद्भाव का प्रतीक होगा. 

★इस मंदिर को बनाने में 700 करोड़ रुपए की लागत आई है . 

★ बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर  के निर्माण में संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान का बड़ा हाथ है , उन्होंने इस प्रोजेक्ट में विशेष ध्यान रखा है और ट्रस्ट को जमीन उपलब्द करवाई है . 

★ मंदिर की नींव 2019 में रखी गयी थी और फिर यह साल 2024 में अर्थात 5 साल में बनकर तैयार हुआ है . 

★ यह मंदिर विदेश के सबसे बड़े और भव्य मंदिरों में से एक है . 

★ इस मंदिर में एक प्रार्थना कक्ष है जिसमे 3000 लोग एक साथ आ कर प्रार्थना कर सकते है . 

★ यह मंदिर भव्य नागरशैली  वास्तु कला का नवीनतम मॉडल है . 

★ यह मंदिर 27 एकड़ में फैला हुआ है जबकि इसकी ऊंचाई 108 फीट की है . 

★ पुरे मंदिर में सात शिखर है जिसमे 7 ध्वजाए लहरा रही है . 

आबूधाबी मंदिर स्वामीनारायण टेम्पल


★ मंदिर के निर्माण में 18 लाख ईट का प्रयोग किया गया है . 

★ यह मंदिर दुबई में दुबई-अबू धाबी शेख जायद राजमार्ग पर अल राहबा के पास है. 

★ मंदिर की समय तालिका सोमवार को छोड़कर बाकी दिन सुबह 9 बजे से रात 8 बजे तक है .

आबूधाबी टेम्पल की जानकारी और फैक्ट्स हिंदी में


★ आपको जानकर हैरानी होगी कि मंदिर निर्माण के लिए कोई धातु और कंक्रीट का प्रयोग नही किया गया है . 

 ★ मंदिर में विराजमान मुख्य देवता स्वामी नारायण है जिन्हें परब्रह्म मानकर पूजा जाता है . इन्हे विष्णु भगवान का कलियुगी अवतार बताया जाता है . 

 ★ मंदिर की दीवारों पर बहुत ही बारीक़ नक्काशी की गयी है जिसमे देवी देवताओ की बहुत जी मूर्तियाँ और पुराणों की कथाओ को उखेरा गया है . 

सारांश 

  1. आबूधाबी में बने बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर से जुड़ी रोचक बातें आपने इस आर्टिकल के माध्यम से जानी जिससे आपको पता चला कि यह मंदिर कितना भव्य और वास्तुकला में निपूर्ण है . साथ ही इस मंदिर की विशेष विशेषताए क्या है .    आशा करता हूँ आपको यह पोस्ट जरुर पसंद आई होगी.

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