हनुमानजी के शक्तिशाली मंत्र

Hanuman Ji Ke Siddh Powerful Mantra

श्री राम के परम भक्त हनुमान जी महाराज आठ चिरंजीवियो में से एक है जो अनंत काल से अपने भक्तो के आस पास ही रहते है और उनसे खुश होकर उनकी मनोकामनाओ को पूर्ण करते है | हनुमान जी जल्द ही प्रसन्न होने वाले देवताओ में से एक है और इसके लिए कुछ चमत्कारी मंत्र यहा बताये जा रहे है | इन मंत्रो की सही विधि जान कर आप इनका जाप करे जिससे की बालाजी प्रसन्न होकर आप पर कृपा बरसाए | 

hanuman ji shaktishali mantra
 

सुन्दरकाण्ड पाठ करते समय ध्यान रखे जरुरी बाते

हनुमान जी के सिद्ध चमत्कारी मंत्र

अब निचे आप वे सभी चमत्कारी और सिद्ध मंत्र देखेंगे जो हनुमान जी को प्रसन्न करके आपका कार्य पूर्ण करवाते है .  ये Hanuman Mantra दो तरीके से अपना काम करते है . एक बुरे परिणाम को बदलते है और दूसरा सुख बरसाते है . 

भय नाश करने के लिए हनुमान मंत्र : हं हनुमंते नम:

प्रेत भुत बाधा दूर करने के लिए मंत्र : हनुमन्नंजनी सुनो वायुपुत्र महाबल:। अकस्मादागतोत्पांत नाशयाशु नमोस्तुते।।

द्वादशाक्षर हनुमान मंत्र : ॐ हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट्।

मनोकामना पूर्ण करवाने के लिए मानता : महाबलाय वीराय चिरंजिवीन उद्दते। हारिणे वज्र देहाय चोलंग्घितमहाव्यये।।

हनुमानजी के शक्तिशाली मंत्र

शत्रुओ और रोगों पर विजय पाने के लिए : ऊँ नमो हनुमते रूद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा

:संकट दूर करने का हनुमान मंत्र : ऊँ नमो हनुमते रूद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा

कर्ज से मुक्ति के लिए मंत्र : : ऊँ नमो हनुमते आवेशाय आवेशाय स्वाहा।

क्यों शनि देव हनुमान जी के सामने बने स्त्री

सुन्दरकाण्ड में आये हनुमान जी के मंत्र 

मंत्र 1 . 

अतुलितबलधामं हेमशैलाभदेहम 

दनुजवनकृशानुं ज्ञानिनामग्रगण्यम् |

सकलगुणनिधानं वानराणामधीशम्

रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि ||

मंत्र का अर्थ - 

श्री हनुमान जी महाराज अतुलित बल के धाम है जिनका शरीर स्वर्ण के पर्वत के समान है . 

राक्षसों का अंत करने वाले ज्ञानियों में सबसे आगे है . 

सभी गुणों की खान वानरों के स्वामी रघुपति श्री राम के प्रिय वायु पुत्र को मैं नमन करता हूँ . 

भगवान शनि के मंत्रो का जप प्रसन्न करता है शनिदेव को 

मंत्र 2 .

मनोजवम मारुत तुल्य वेगम, 

जितेंद्रियम बुद्धिमतां वरिष्ठं 
वातात्मजं वानारायूथ मुख्यम, 

श्रीराम दूतं शरणम प्रपद्धे


मंत्र का अर्थ - 

मन को हरने वाले और वायु की गति से चलने वाले जिन्होंने अपनी इन्द्रियों को जीत रखा है . ये बुद्धिमानो में सबसे आगे है . 

हे वायुपुत्र , वानरों के सेनानायक और श्री राम जी के दूत हम आपकी शरण में है . 

उपरोक्त दोनों हनुमान जी के मंत्र याद करके हर दिन हनुमान की फोटो या मूर्ति के सामने जपना चाहिए . 

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