नासा से जुड़ी रोचक बाते और फैक्ट्स

Interesting Facts About NASA . यह ब्रहमांड अनंत है और हम एक मिल्की गैलेक्सी के सौर मंडल के एक भाग है . हमारी धरती पर सबसे विकसित देश अपने अपने स्तर पर अंतरिक्ष के रहस्योक पता लगाते है . अमेरिका की वो संस्थान हो अपने स्पेस यान और टेक्नोलॉजी से अंतरिक्ष को खंगोलती है, उस पर अपना रिसर्च  करती है उसे ही नासा (NASA) कहा जाता है .  

Nasa Se Judi Rochk baate

इसमे कोई शक नही कि पुरे विश्व में नासा ही सबसे बड़ा अंतरिक्ष अनुसंन्धन और अध्ययन का केंद्र है . 

आज हम इस पोस्ट में नासा के बारे में विस्तार से जानेंगे . 

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नासा क्या है ? 

नासा की फुल फॉर्म है  - National Aeronautics and Space Administration , जिसे हिंदी में कहते है राष्ट्रीय वैमानिकी और अन्तरिक्ष प्रबंधन .       

नासा अमेरिका की अंतरिक्ष संस्थान है जो बड़े स्तर पर अंतरिक्ष शोध पर कार्य करती है . 

नासा का मुख्य कार्यालय वाशिंगटन डी.सी. अमेरिका, (Washington D.C. America) है . 

नासा की स्थापना 

अपने शत्रु सोवियत संघ की अंतरिक्ष पर बढती शक्ति को देखकर अमेरिका ने भी अपनी एक स्वतंत्र अंतरिक्ष संस्थान बनाने की पहल की . इस संस्थान का नाम रखा गया नासा . इसकी स्थापना 29 जुलाई, 1958 में हुई . इसके बाद नासा ने एक से बढकर एक कार्य किये जिससे की धरती के ऊपर के ब्रहमांड को जाना जा सके , यह नासा ही थी जिसके वैज्ञानिक पहली बार चन्द्रमा की सतह पर उतरे थे . 

नासा की मुख्य उपलब्दियाँ 

चलिए जानते है नासा की मुख्य कामयाबियो के बारे में जिनसे हमने अंतरिक्ष के बारे में बहुत से ज्ञान प्राप्त किया है . 

चाँद पर कदम :- चाँद पर सबसे पहला मानव युक्त यान नासा ने ही भेजा था . इस मिशन का नाम था अपोलो -11 . 20 जुलाई 1969 को यह एतिहासिक दिन था .  इसमे नील आर्मस्ट्रांग थे जो चाँद पर पहले कदम रखने वाले व्यक्ति बने . नासा के इस अभियान के द्वारा हमने चाँद की सतह को पहली बार देखा . चाँद के बारे में बहुत सी रोचक जानकारियाँ प्राप्त की . 

अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन :-  नासा ने अपना खुद का स्पेस में एक अंतरिक्ष स्टेशन बना रखा है जहाँ अंतरिक्ष यात्री कई दिनों तक रुक सकते है और अपनी रिसर्च स्पेस में रह कर सकते है . 

हबल दूरबीन :- 1998 में  हबल टेलिस्कोप से पहली बार अंतरिक्ष की बारीकी से फोटो कैप्चर की गयी . 

मंगल अध्ययन :- मंगल ग्रह की आतंरिक जानकारी निकालने के लिए नासा ने 1992 में मंगल आब्जर्वर यान छोड़ा . 

पायनियर :- Pioneer 10 को 1972 में लांच किया गया था . इसके एक साल बाद Pioneer 11 1973 को लांच किया गया है .   यह सौर मंडल के फोटोजेनिक गैसों और चट्टानों का अध्ययन करती है . साथ ही इन्होने जुपिटर और सैटर्न की  यात्रा भी की है . 

ब्रह्मांड की पहली कॉस्मिक रंगीन तस्वीर :- नासा ने पहली बार विश्व के सामने ब्रह्माण्ड की पहली कॉस्मिक रंगीन तस्वीर पेश की . यह तस्वीर साल 2022 में अमेरिकन राष्ट्रपति बाइडन के द्वारा पेश की गयी . इस तस्वीर को वेब स्पेस टेलीस्कोप से लिया गया था . यह टेलीस्कोप बहुत बड़ा था जिसमे टेनिस कोर्ट के आकर का शीशा लगा हुआ था . 

सूर्य की जानकारी :- पार्कर सोलर प्रोब (Parker Solar Probe) को नासा ने 2018 में लांच किया था जो सूर्य की कक्षा में जाकर सूर्य के चारो तरफ चक्कर लगाएगा और सूर्य से जुड़ी अनमोल और गुप्त जानकारी को धरती पर भेजेगा . 

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Conclusion (निष्कर्ष )

आशा करता हूँ कि यह पोस्ट विदेशी अंतरिक्ष शौध संस्थान नासा से जुड़ी जरुरी जानकारी    आपको जरुर पसंद आयी होगी . इस पोस्ट के माध्यम से आपने जाना कि अभी तक नासा के द्वारा किये गये शौध हमारे लिए कितने जरुरी रहे है और कितना हम अंतरिक्ष के बारे में इसकी मदद से जान पाए है . 

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