ब्लैक होल क्या होते है और कैसे बनते है ?

What is Black Hole in Hindi .  दोस्तों टीवी चैनल , मूवी या न्यूज़ पेपर में आपने ब्लैक होल के बारे में जरुर सुन रखा होगा . यह बहुत ही रहस्मय  विषय है और हमारे ब्रहमांड का एक काला सच्च जो बहुत ही डराने वाला है . 

ब्लैक होल यानी कि अँधेरे से भरा एक अपार छेद  . 

क्या होता है ब्लैक होल


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    क्या होता है ब्लैक होल - What is Black Hole

    हमारे अंतरिक्ष का वो सघनस्थान जो इतना प्रभावशाली और गुरुत्वीय शक्ति रखता है जिसमे कोई चीज एक बार जाने के बाद बाहर नही निकल सकती है .

    इस ब्लैक होल का गुरुत्वाकर्षण बल इतना जबदस्त होता है कि यह लाखो किमी की दुरी के पिंडो , ग्रहों को अपने अन्दर खीच लेती है . 

    What is black hole in hindi

    सबसे ख़ास बात यह है कि हर ब्लैक होल में भौतिकीय के सभी नियम काम करना बंद कर देते है .  आप जानकर चौंक जायेंगे कि यह ब्लैक होल का  गुरुत्वाकर्षण बल इतना तीव्र होता है कि प्रकाश तक इसमे से लौटकर नही आता है . 

    कैसे बनता है ब्लैक होल 

    क्या आप जानते है कि अंतरिक्ष में ब्लैक होल का निर्माण कैसे होता है और क्यों इतना ताकतवर होता है .

    ब्लैक होल का निर्माण तारो के कारण ही होता है .जैसा की आप जानते है कि तारे आग और उष्मा के बहुत बड़े पिंड यानी की सूर्य होते है . लाखो साल बाद इनकी उष्मा ख़त्म होने लगती है और ये अपने जीवनकाल की समाप्ति के करीब होते है . तब ये बहुत तेज गुरुत्वाकर्षण बल से सिकुड़ जाते है और इसी सिकुडन से ब्लैक होल का निर्माण होता है . 

    black hole in space

    अब आपके दिमाग में आ रहा होगा कि तारो की भी क्या कोई उम्र होती है ? जी हां तारे भी की एक लाइफ होती है और उसके बाद वो अपने अस्तित्व को खो देता है . 

    इसे समझने के लिए हम तारो में लगने वाले दो मुख्य बल की बात करते है . 

    अंतरिक्ष से जुड़े सामान्य ज्ञान प्रश्न उत्तर 

    तारो में दो मुख्य बल कार्य करते है . 

    1 ) गुरुत्वाकर्षण बल  2) नाभिकीय संलयन बल 

    गुरुत्वाकर्षण बल  - 

    यह वो बल है जो तारो में मौजूद गैस और उष्मा को अन्दर की तरफ खिचता है . 

    नाभिकीय संलयन बल - 

    यह वो बल है जो हाइड्रोजन के नाभिकीय संलयन के द्वारा जो उष्मा पैदा होती है और बाहर की तरफ लगता है . 

    इन दोनों विपरीत बलो के प्रभाव से ही एक तारा संतुलित रह पाता है . 

    तारो का खत्म होना 

    दोस्तों तारे अपने जीवन को तब समाप्त कर रहे होते है जब इसमे से के बल बहुत कम हो जाता है . यह बल नाभिकीय संलयन का होता है जब तारे का ईधन खत्म होने की कगार पर होता है . ऐसे में अन्दर से बाहर की तरफ का बल बहुत कम हो जाता है जबकि तारे का गुरुत्वाकर्षण बल  तो वही रहता है . 

    ऐसी अवस्था में एक आंतरिक  बल के तेज होने के कारण तारा सिमटने लगता है . क्योकि गुरुत्वाकर्षण बल  तारे के केंद्र की तरफ लगता है .  तारे का जीवन काल उसके  द्रव्यमान पर ही निर्भर करता है . 

    इस लिहाज से तीन तरह की उम्र के तारे होते है . 

    कम द्रव्यमान जिस तारे की उम्र कम होगी .

    मध्यम द्रव्यमान  जिस तारे की उम्र  मध्यम  होगी .

    अधिक द्रव्यमान  जिस तारे की उम्र  ज्यादा   होगी .

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    ब्लैक होल का  इवेंट हॉरोइज़न

    Event Horizon of Black Hole . 

    ब्लैक होल का इवेंट हॉरोइज़न उसके गुरुत्वाकर्षण प्रभाव का वो बड़ा क्षेत्र जिसमे अंतरिक्ष से जुड़ी कोई चीज आ जाये तो वो अकल्पनीय बल से ब्लैक होल से खीच कर उसमे समा जाती है . 

    black hole deep

    यानि की सरल शब्दों में एक ब्लैक होल के चारो तरफ वृत्तीय आकर में उसका गुरुत्वीय प्रभाव क्षेत्र जिसमे आने के बाद कोई भी चीज ब्लैक होल में गिर जाती है . 

    अंतरिक्ष में कितने ब्लैक होल है ? 

    दोस्तों अंतरिक्ष अनन्त है और इसमे अरबो खरबों तारे है अत: सही मायने में हम बता नही सकते कि कितने टोटल ब्लैक होल होंगे . 

     सूर्य से जुड़े रोचक तथ्य और फैक्ट्स


     ब्लैक होल कितनी साइज़ के  है ?  

    दोस्तों यह छोटे से परमाणु से लेकर बहुत बड़े आकार के हो सकते है . सबसे बड़ा ब्लैक होल तो 10 लाख सूर्य के आकार का है . इसे सुपरमैसीव ब्लैक होल कहा जाता है . 

    इससे थोड़े छोटे ब्लैक होल को Stellar Black Hole कहा जाता है . यह 20 सूर्य के बराबर आकर के होते है . 

    क्या सूर्य भी बन जायेगा एक दिन ब्लैक होल 

    दोस्तों अंतरिक्ष में मौजूद हर चीज , पिंड , तारा , आकाशगंगा सभी की एक निश्चित उम्र होती है . हमारा सूर्य भी एक तारा ही है जिसमे उर्जा हाइड्रोजन के नाभिकीय संलयन के द्वारा बन रही है. 

    आपको जानकार ताजुब होगा कि हमारे सूर्य का भी आधा ईधन खत्म हो चूका है और हर क्षण यह लाखो टन वजन खो रहा है . 

    Sun the hottest body in solar

    इस तरह अब 5 अरब साल तक सूर्य की भी लाइफ बची हुई है और उसके बाद यह भी सिकुड़ कर ब्लैक होल बन जायेगा और इसके साथ ही पृथ्वी और बाकि सौलर ग्रह इसमे समा जायेंगे . 

    Conclusion (निष्कर्ष )

    मित्रो इस पोस्ट ( Kya Hote Hai Black Hole , Black Hole Kaise Bante Hai  )  में आपने जाना की अंतरिक्ष में ब्लैक होल किसे कहते है और यह कैसे खतरनाक होते है . 

    आपने यह भी जाना कि ब्लैक होल का निर्माण कैसे होता है और क्या सूर्य भी एक दिन ब्लैक होल बन जायेगा . 

    आशा करता हूँ कि (What is Black hole in Hindi ) पोस्ट आपको पसंद आई होगी . 

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