रणथम्भौर स्थित त्रिनेत्र गणेश मंदिर

Ranthambore Temple Rajasthan .  शिव पार्वती के पुत्र और प्रथम पूज्य श्री गणेश कलियुग के प्रसिद्ध देवताओ में से एक है . विध्न विनायक चिन्तामण गणेश भी कहलाते है जो अपने भक्तो की सभी कठिनाइयों को दूर करते है | भारत के प्रसिद्ध गणेश मंदिरों में राजस्थान के सवाई माधौपुर जिले में स्तिथ रणथंभौर त्रिनेत्र गणेश मंदिर एक मुख्य स्थान रखता है | यह मंदिर सवाई माधौपुर से 10 किमी.की दुरी पर रणथंभौर के किले में है | यह मंदिर 10वीं सदी में रणथंभौर के राजा हमीर ने बनवाया था.

खजराना गणेश मंदिर इंदौर की हिंदी जानकारी 

Ranthamor गणेश मंदिर

अति प्राचीन है  रणथम्भौर गणेश मंदिर 

यह मंदिर बहुत ही प्राचीनतम गणेश मंदिरों में जाना जाता है . मंदिर का निर्माण दसवी सदी में यहा के स्थानीय रणथंभौर के राजा हमीर ने करवाया था . कहते है कि उन्हें स्वपन में खुद गणेश जी ने दर्शन देकर मंदिर निर्माण का आदेश दिया था . 

सपने में दिए दर्शन :

दन्त कथा है की राजा हमीर को गणेश जी ने सपने में दर्शन दे कर विजयी होने का आशीर्वाद दिया था | उसके बाद राजा को युद्ध में सफलता भी मिली और उन्होंने गणेश जी को धन्यवाद करने के लिए इस गणेश मंदिर का निर्माण अपने किले में करवाया |

क्यों है त्रिनेत्र गणेश मंदिर :

Why Trinetra Ganesha Temple ? यह गणेश मंदिर अन्य गणेश मंदिरों से अलग है क्योकि यहा गणेश जी के तीन आँखे है | साथ ही यह अपने पुरे परिवार के साथ यहा विराजमान है | गणेश जी का परिवार , इनकी दो पत्नियां रिद्धि, सिद्धि और दो पुत्र शुभ-लाभ मंदिर में विराजमान है | गणेश चतुर्थी पर यहा मेला भरता है जिसमे हजारो भक्त दूर दूर से दर्शन करने आते है | मंदिर 24 घंटे दर्शनार्थ खुला रहता है . 

ranthambour ganesh mandir

इंदौर में ही सबसे बड़े गणेश जी का भी मंदिर

डाक से आती है चिट्ठियां:

गणेश जी के भक्त अपने आराध्य को सबसे पहले निमंत्रण इसी मंदिर में डाक द्वारा चिट्टी भेज कर भेजते है | कार्ड में पता भगवान गणेश के नाम भेजते हैं. कार्ड पर पता लिखा जाता है- ‘श्री गणेश जी, रणथंभौर का किला, जिला- सवाई माधौपुर (राजस्थान)’ | डाकिया इस देवता के लिए आई चिट्टीयो को पूर्ण श्रद्दा से मंदिर तक पहुंचाते है |

मान्यता की चिट्टी भेजने वाले परिवार के सभी मंगल कार्यो में आने वाले विध्नो को गणेश जी दूर कर देते है |

 कैसे जाये रणथम्भौर गणेश मंदिर 

गणेश जी के इस प्राचीन प्रसिद्ध में जाने के लिए आपको राजस्थान के सवाई माधौपुर जाना पड़ेगा . यहा से सिर्फ किमी की दुरी पर रणथंभौर किले में त्रिनेत्र गणेश जी विराजमान है .

सवाई माधौपुर अच्छे से रेलमार्ग द्वारा भारत के बड़े शहरो से जुड़ा हुआ है . 

रेलवे स्टेशन के बाहर निकलते ही आपको टैक्सी , जीप और बस का साधन मिल जायेगा जिससे की आप मंदिर तक जा सकते है . 

Conclusion (निष्कर्ष ) 

राजस्थान में सवाई माधोपुर के पास स्तिथ रणथम्भौर त्रिनेत्र गणेश मंदिर गणेश जी के प्राचीनतम गणेश मंदिरों में से एक है . यहा गणेश जी त्रिनेत्रधारी है . यहा लोग अपार संख्या में गणेश निमंत्रण डाक द्वारा भेजते है .

आशा करता हूँ यह आर्टिकल आपको अच्छा लगा होगा . 

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