जंगमवाड़ी मठ – वाराणसी की रोचक जानकारी 

वाराणसी का सबसे प्राचीन मठो में से एक है जंगमवाड़ी मठ (Kashi Jangamwadi Math) | सदियों से यहा अपने पूर्वजो की शांति के लिए एक परम्परा चल रही है शिवलिंग दान की | यह मठ 50,000 फीट में फैला हुआ है और हर जगह शिवलिंग के दर्शन प्राप्त होते है |

jangamvadi math

जंगमवाड़ी मठ का इतिहास 

इस मठ को काशी नगरी के सबसे प्राचीनतम मठो में माना जाता है . यहा के आलेख और कागजो से पता चलता है कि यह आठवी सदी में बना हुआ है यानी की आज से 1400 साल पहले से .  यह मठ 5000 स्क्वायर फीट में बना हुआ है .  हालाकि इसकी यह प्रामाणिक जानकारी नही है . यह भी कहा जाता है कि इस मठ के लिए जमीन का दान राजा जयचंद ने किया था .    इसके बाद यह  86 जगत्गुरुओं की अटूट वंशावली का साक्षी रहा है .  यह मठ  लिंगायत समुदाय से जुड़ा है.  इसकी स्थापना जगदगुरु विश्वराध्य जी ने की थी . 

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जंगमवाड़ी मठ का क्या अर्थ है ? 

यहा के संत बनाते है कि जंगम का अर्थ है शिव को जानने वाला और वादी का अर्थ है रहने का स्थान . अर्थात जंगमवाड़ी का अर्थ है

 क्या है  लिंगायत समुदाय

 यह समुदाय अत्यंत प्राचीन और सनातन धर्म की शुरुआत का है . इसमे ज्यादातर अनुनायी दक्षिण भारत के है .  इस समुदाय के लोग सबसे बड़ी शक्ति शिव को ही मानते है . उनके अनुसार इस ब्रहमांड की उत्पति शिव ने ही की है और वे सिर्फ शिव को ही शिवलिंग के रूप में पूजते है . आप आसान भाषा में इन्हे शैव संप्रदाय भी कह सकते है .

जंगमवाड़ी मठ में शिवलिंगों को लेकर अलग परम्परा

इस मठ में शिवलिंगों को लेकर एक अनोखी धार्मिक परम्परा चल रही है | यहा भक्त अपनों की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान की तरह शिवलिंग का दान करते है | यह मंदिर इसी कारण शिवलिंगों से भरा हुआ है , यहा 10 लाख से ज्यादा  शिवलिंग भक्तो द्वारा समर्प्रित किये गये है | ज्यादातर शिवलिंग सफ़ेद रंग के और छोटे आकार के है . और इन सभी के लिए कुछ विशेष कमरे तैयार कराये गये है . इन कमरों में एक त्रिभुजाकार आकृति में लाखो लिंगो को सजाया गया है जिसे देखना एक अलग की तरह की उर्जा देता है . 



यहा विशेष शिव मंत्रो के साथ विधि विधान से शिवलिंग का दान लिया जाता है और मान्यता है की शिव कृपा से आत्मा को शांति प्राप्त होती है | यहा सावन के महीने में सबसे बड़े शिवलिंगों के दान होते है |

यह मठ दक्षिण भारतीयों के द्वारा बनाया गया है और उन्ही के द्वारा यह परम्परा शुरू की गयी जो अब सभी भक्त निभाने लग गये है | ऐसा अनुमान है की यह दो सौ सालो से चल रह परम्परा चल रही है |

जंगमवाड़ी मठ से जुड़े प्रश्न उत्तर 

प्रश्न 1 . जंगमवाड़ी का अर्थ क्या होता है ? 

उत्तर 1 . जंगमवाडी का अर्थ है कि वो स्थान जहाँ शिवजी को जानने वाले मानने वाले लोग रहते है . 

प्रश्न 2 . जंगमवाड़ी  की दो रोचक बातें क्या है ? 

उत्तर 2 . जंगमवाडी मठ अत्यंत प्राचीन है जो शिव नगरी काशी में है और दूसरा यहा लाखो शिवलिंग है . 

प्रश्न 3 . जंगमवाड़ी में इतने सारे शिवलिंग कैसे आये ? 

उत्तर 3 . जंगमवाडी मठ में एक परम्परा है कि जब यहा किसी अनुनायी के घर में कोई सदस्य दिवंगत हो जाता है तो वो वे यह मानते है कि वो आत्मा शिव धाम चली गयी है और वे उसके निर्मित एक शिवलिंग का दान इस मठ में कर देते है . ऐसे में यहा लाखो शिवलिंग का दान हो चूका है . 


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