पारद शिवलिंग क्या होता है , जाने महत्व और लाभ

Parad Shivling Importance . पारद (पारा) एक तरह की धातु है जो ठोस होकर भी द्रव्य रूप में रहती है , इसे रसराज कहा जाता है। यदि इस पारे की धातु से कोई शिवलिंग का निर्माण किया जाता है तो उसे पारद शिवलिंग कहा जाता है | पारे को शुद्ध करके विशेष प्रक्रियाओ द्वारा ठोस रूप देकर शिवलिंग का निर्माण किया जाता है |

पारद शिवलिंग का निर्माण

पारद शिवलिंग का महत्व 

शास्त्रों और पुराणों के अनुसार इस पारद शिवलिंग में साक्षात भगवान शिव का वास होता है | शिव रूप में इसकी पूजा करने से कई गुणा शिव भक्ति का फल प्राप्त होता है | घर में पारद शिवलिंग सौभाग्य, शान्ति, स्वास्थ्य एवं सुरक्षा के लिए अत्यधिक सौभाग्यशाली है। दुकान, ऑफिस व फैक्टरी में व्यापारी को बढाऩे के लिए पारद शिवलिंग का पूजन एक अचूक उपाय है। शिवलिंग के मात्र दर्शन ही सौभाग्यशाली होता है। इसके लिए किसी प्राणप्रतिष्ठा की आवश्कता नहीं हैं। पर पूजा पाठ पूर्ण विधि से करे | बड़े बड़े बड़ा पापी भी यदि इस पारे के शिवलिंग की पूजा कर लेता है तो अपने हर पाप से मुक्त हो जाता है |

parad shivling


शिव के निराकार रूप पूजन के लिए शिवलिंग की उत्पति हुई है | शिव पुराण में बताये गये उपाय में एक है घर में पारद शिवलिंग की पूजा का |


विशेष समय में होता है निर्माण

असली पारद शिवलिंग का निर्माण एक विशेष समय अवधि में ही होता है | इस विशेष समय को विजयकाल के नाम से जाना जाता है | बाजार में दिखावे के भी पारद शिवलिंग भी मिलते है जो ठग विद्या के लिए बने है | इन्हे खरीदने से पहले इनकी अच्छे से जांच कर लेनी चाहिए जैसे असली रुद्राक्ष की पहचान के बारे में हमने आपको बताया था |

पारद शिवलिंग पूजा से लाभ

जिस घर में विधिवत पारद शिवलिंग की पूजा अर्चना होती है , उस घर के सदस्यों को अनेको शिव कृपा से लाभ प्राप्त होते है |

  • यह शिवलिंग घर से बुरी शक्तियों को दूर करता है |
  • किसी भी तरह का जादू टोना टोटका घर के सदस्यों पर होने से रोकता है |
  • परिवार के सदस्यों को असीम शांति और सौभाग्य की प्राप्ति होती है |
  • यह घर के  सभी प्रकार के वास्तु दोष को दूर करता है |
  • अगर घर का कोई सदस्य बीमार हो जाए तो उसे पारद शिवलिंग पर अभिषेक किया हुआ पानी पिलाने से वह ठीक होने लगता है।
  • य़दि बहुत प्रचण्ड तान्त्रिक प्रयोग या अकाल मृत्यु या वाहन दुर्घटना योग हो तो ऐसा शुद्ध पारद शिवलिंग उसे अपने ऊपर ले लेता है |  ऐसी स्थिति में यह अपने आप टूट जाता है, और साधक की रक्षा करता है |
  • घर में शिवलिंग रखे तो ध्यान रखे उसकी साइज़ आपके अंगूठे के आकार से छोटी होनी चाहिए . 

Other Similar Posts

प्रदोष व्रत की कथा विधि और नियम से जुडी जानकारी

क्यों शिव जी गले में नरमुण्ड माला है

क्यों भगवान शिव को प्रिय है भस्म

Post a Comment

Previous Post Next Post