क्यों की जाती है भगवान की पूजा

Why We Do Worship Of God in Hindi . 

दोस्तों क्या भगवान की पूजा जरुरी है ? आखिर हम क्यों करते है भगवान की पूजा ? ऐसे बहुत से सवालो का जवाब आपको यह पोस्ट देने वाली है |

kyo ki jati hai bhagwaan ki puja


भगवान सर्व शक्तिमान परब्रह्म है जिनकी कृपा से यह संसार बना है और चल रहा है | उन्हें धन्यवाद देने के लिए और मंगल कामना के लिए हम उनकी पूजा करते है | यह पूजा हमारी परम्पराओं में और धार्मिक शास्त्रों में बताया गया है | ज्यादातर ये संस्कार हमें हमारे पूर्वज और समाज से प्राप्त होते है | पूजा ईश्वर को प्रसन्न करने के लिए और उनके क्रोध से बचने के लिए होती है | हमारे कूल देवी देवता की पूजा पाठ का संस्कार हमें हमारे घर के बड़े सदस्यों से मिलता है | मेरा मानना है कि हम कोई भी पूजा करे किसी भी देवता की वो अंतत उस परम शक्ति को ही प्राप्त होती है जिन्हें यह सम्पूर्ण ब्रहमांड बनाया है | जैसे पेड़ को सींचने से सम्पूर्ण पेड़ को लाभ मिलता है उसी तरह किसी भी रूप रंग नाम की पूजा परम शक्ति तक जाती है |

पूजा पाठ और ईश्वर में आस्था रखने से हम में सद्गुणों का विकास होता है | हमारे कर्म अच्छाई की तरफ बढ़ते है जिससे कि ईश्वर भी हमसे प्रसन्न रहे और हम भविष्य में किसी दुविधा में ना फंसे |

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धन्यवाद प्रकट 

आप कभी अपने शरीर के बारे में गौर कीजिये , ईश्वर ने आपके जीवन के लिए एक एक चीज सोच समझ कर बनाई है . सुनने के लिए कान , देखने के लिए आँखे , बोलने के लिए जुबान आदि ..

सिर्फ यही नही आपके लिए वातावरण भी तैयार किया है जैसे सांस लेने के लिए हवा , सही तापमान के लिए सूर्य , फसल उगाने के लिए पानी और मिट्टी . 

यह सभी बाते हमें परम सत्ता का आभारी बनाती है और इसके लिए हमारे शरीर के खून की बूंद बूंद उसका धन्यवाद करती है . 

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कर्मो का फल 

हम सभी जानते है कि जीवन में अच्छे और बुरे कर्मो का हमें फल देने वाला कोई है तो वो ऊपर सर्वशक्तिमान पर ब्रहम है . अब चाहे इसे डर कहे या भविष्य का फल . हम कोई भी बुरा काम करते है तो सबसे पहले हमारी आत्मा हमें बताती है कि यह ईश्वर की नजर में गलत है . अत: हम उस ईश्वर को प्रसन्न करने के लिए ही अच्छे कर्म करते है. 

असीम शक्तियों की प्राप्ति

वैज्ञानिक पुष्टि भी हो चुकी है कि हमारे सनातन धर्म में कुछ ऐसे चमत्कारी मंत्र है जिनका नित्य जप करने से आत्मबल और दूरदर्शिता बढती है | हम मानसिक रूप से सशक्त होते है और इस संसार से परे असीम शक्तियों से अपने शरीर को जाग्रत कर सकते है | पूजा पाठ उसी शक्ति प्राप्ति का एक मार्ग है |

पूजा करते समय हमें पूर्ण मन इसमे लगाना चाहिए | मीरा बाई की भक्ति इतनी प्रबल थी की उन्हें कृष्ण दिखाई देते थे | हमारी पूजा में यदि कमी है तब भगवान हमें दिखाई नही देते |

ईश्वर की भक्ति और उन्हें धन्यवाद देने के लिए सबसे उत्तम रास्ता है पूजा आराधना और भजन करना | पूजा पाठ करते समय मन संयम में होना चाहिए और आपका पूरा ध्यान प्रभु की भक्ति में लगा होना चाहिए |

सारांश 

  1.  तो सनातन प्रेमियों आपने जाना कि क्यों हम भगवान की पूजा करते है . पूजा के पीछे हमारे क्या भाव होते है  .आशा करता हूँ आपको यह पोस्ट जरुर पसंद आई होगी . 

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