माँ वैष्णो देवी के मंदिर की यात्रा से जुड़ी जरुरी बातें

जम्मू कश्मीर के त्रिकुटा पर्वत पर माँ वैष्णो देवी का भव्य मंदिर भारत के सबसे बड़े मंदिरों में से एक है | भक्तो के लिए वैष्णो देवी यात्रा अति रोमांचक सिद्ध होती है | पहाड़ की चढ़ाई और फिर माँ के दर्शन , एक छोटी तपस्या का रूप इसे हम कह सकते है | वैष्णो देवी के मंदिर एक गुफा में जाकर है जहा माँ वैष्णो देवी तीन पिण्डियो के रूप में दर्शन देती है | ये वैष्णो धाम की तीन पिंडियाँ तीन महाशक्तियों की प्रतीक है जिसमे एक लक्ष्मी , काली और सरस्वती है .   आइये जानते है वैष्णो देवी यात्रा से जुडी 10 रोमांचक और रोचक बाते | 10 Important  Facts About Vaishno Devi Temple Journey 


 

निचे दी जाने वाली बाते आपकी वैष्णो धाम की यात्रा को सुखद और आनंददायी बनाएगी . यात्रा से पहले सही मौसम का चुनाव करे , हो सके तो ऑनलाइन पहले बुकिंग कर दे  . माता वैष्णो की ऑफिसियल वेबसाइट का लिंक हम निचे दे रहे है जिससे आपको बहुत सी जानकारी मिल जाएगी . 

माँ वैष्णो देवी मंदिर वेबसाइट . 

  1. वैष्णो देवी ने जिस जगह भैरोनाथ का वध किया था , उसी स्थान को माता रानी का भवन कहा जाता है | इसी जगह गुफा में  तीन पिंडियाँ दर्शन देती है |
  2. तीन पिंडियो में बाए है माँ सरस्वती , मध्य में माँ लक्ष्मी और दाये है माँ काली |
  3. यदि आपको वैष्णो देवी के माता रानी के भवन में जाकर दर्शन करने है तो आपको यात्रा की पर्ची कटवानी पड़ेगी | यह यात्रा पर्ची छ घंटे तक मान्य रहती है | आप चाहे तो ऑनलाइन पहले ही माँ वैष्णो देवी मंदिर की ऑफिसियल वेबसाइट से दर्शन पर्ची और रहने के कमरे की व्यवस्था कर सकते है . 
  4. गुफा में जिस जगह माँ विराजमान है उसे गर्भजून कहा जाता है |
  5. यदि आप पैदल यात्रा नही करना चाहते तो आप हेलिकॉप्टर, पिट्टू किराये पर कर सकते है | कतरा से भवन तक का किराया घोड़े का 1200रुपए का 2023 में बताया गया है . 
  6. वैष्णो देवी यात्रा कटरा से शुरू हो जाती है | बाण गंगा में आपके सामान की चेकिंग होती है |
  7. चढ़ाई यात्रा के बीच बीच में आपको जलपान , चाय , भोजन आदि रस्ते में मिल जायेंगे |
  8. यात्रा खत्म होने पर माँ के दर्शन करे और फिर आराम करने के लिए भी आपको कई धर्मशाला और होटल मिल जाएगी |
  9. वैष्णो देवी यात्रा के लिए सबसे ज्यादा उपयुक्त समय गर्मी का बताया गया है |
  10. भैरोनाथ का शीश माता के मंदिर से 3 किलोमीटर ऊपर गिरा था जहा भैरवनाथ मंदिर बना हुआ है | इस मंदिर में जाके भी दर्शन जरुर करने चाहिए तभी यह यात्रा सफल मानी जाती है | 
  11. कतरा से पद यात्रा करते हुए आप बाण गंगा , चरण पादुका , आदि के दर्शन प्राप्त करते हुए आगे बढ़ते है . 
  12. यहा ध्यान रखिये आप वैष्णो देवी की यात्रा पर आ रहे है तो ऑनलाइन या फिर ऑफलाइन आरएफआईडी आईडी कार्ड जरुर बनवा ले , इसके लिए आपका नाम , पिनकोड , फ़ोन नंबर माँगा जाता है .  यह आपको यात्रा का पंजीकरण होता है . यह पूर्ण रूप से फ्री है . 
  13. माता वैष्णो देवी मंदिर की तमान व्यवस्था का कार्य वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड करता है . 

आशा करता हूँ वैष्णो देवी यात्रा से जरुरी चीजे जानकार आप अच्छे से माँ के दर्शन बिना कष्ट के कर पाएंगे . 
जय माता दी 

माँ वैष्णो देवी मंदिर की यात्रा और जाने का तरीका

How To Reach At Maa Vaishno Devi Temple - ऐसा माना जाता है की माँ वैष्णो देवी अपने भक्तो को अपनी मर्जी पर दर्शन कराने बुलाती है | इसे माँ का बुलावा कह कर पुकारा जाता है | यह यात्रा अति सुखदायी है | वैष्णो देवी के मंदिर जाने के लिए सबसे पहले कतरा पंहुचा जाता है जो की माँ के मंदिर से 50 km की दुरी पर है |

कतरा जम्मू से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है और जम्मू पुरे भारत वर्ष से रेल मार्ग सड़क मार्ग और वायु मार्ग से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है | जाने कैसे बना माँ वैष्णो देवी का मंदिर | माँ की पवित्र गुफा जम्मू के उत्तर में 61 km की दुरी पर समुन्द्र तट से 5200 फीट की उच्चाई पर है | यह गुफा में दर्शन करना एक रोमांचक अनुभव है | इस मंदिर की कथा में श्रीधर पंडित को माँ वैष्णो के दर्शन इसी गुफा के अन्दर हुए | 

वैष्णो देवी मंदिर कैसे जाए

वैष्णो धाम कैसे पहुंचे :

How to Reach Vaishno Devi Mata Mandir . वैष्णो देवी यात्रा पर आप सड़क , रेल और वायुमार्ग द्वारा कैसे जा सकते है . यहा हम विस्तार से यह बात आपको बता रहे है . 

हवाई यात्रा :

नजदीकी हवाई मार्ग : जम्मू (48 km )
दिल्ली से यह सफ़र 80 मिनिट की दुरी पर है | प्रतिदिन रोज हवाई जहाज दिल्ली , मुंबई , श्रीनगर और बड़े महानगरो से उपलब्ध है |

रेल यात्रा :

नजदीकी रेल यात्रा :
जम्मू , जम्मू शहर अच्छी तरह बड़े नगरो से रेल मार्ग के द्वारा जुड़ा हुआ है |

रोड मार्ग द्वारा :

राष्टीय राजमार्ग 1A जम्मू से श्रीनगर और जम्मू अच्छी तरह से अन्य महानगरो से जुड़ा हुआ है |

कब जाना चाहिए माँ के वैष्णो मंदिर में :

हलाकि मंदिर वर्ष भर भक्तो के लिए दर्शन पाने हेतु खुला रहता है पर सर्दी मे बर्फ बारी के कारण यात्रा थोड़ी कठिन हो जाती है |

ट्रैकिंग :

13 km की यह ट्रेकिंग कतरा से माँ वैष्णो मंदिर तक की है | जो भक्त इस ट्रेकिंग में चल नहीं सकते वो आसानी से पोनी और दांडी किराये पर ले सकते है | पिट्टू भी सामान ढोने और बच्चो को ले जाने के लिए किराये पर लिए जा सकते है |

इस तरह आप माँ वैष्णो देवी के मंदिर की यात्रा देश के किसी भी कोने से जानकारी के साथ आसानी से कर सकते है | माँ वैष्णो देवी की यात्रा सर्वमंगलकारिणी है | इस यात्रा के पग पग पर यही अहसास होता है की माँ अपने भक्तो मंद मंद मुस्कान के साथ देख रही है | यात्रा में भक्त अपने हाथो पर माँ की ध्वजा और सिर पर माँ की चुनरी बांधकर मैया के जयकारे लगाकर सम्पूर्ण मार्ग को आस्था से भर देते है | 

पढ़े :- माँ वैष्णो देवी यात्रा से जुड़ी जरुरी बातें जो आएगी आपके काम 

सारांश 

  1. तो मित्रो वैष्णो देवी यात्रा पर जाने के लिए कौनसी बातें जानना आपके लिए जरुरी है जिससे यात्रा सुखद और बिना किसी परेशानी के सम्पन्न हो सके  . आशा करता हूँ आपको यह पोस्ट जरुर पसंद आई होगी .


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