बरमूडा ट्राएंगल क्या है और क्यों यह जगह मानी जाती है सबसे रहस्मय 

Mysterious Place Bermuda Triangle दुनिया की सबसे रहस्मय जगह जिसके रहस्यों का पता लगाने में 100 से ज्यादा साल लग गये , सही मायने में तो अभी तक भी इसके सारे राज सामने नही आ पाए है . यह जगह है बरमूडा ट्रायंगल (Bermuda Triangle) जिसे बरमूडा त्रिभुज भी कहा जाता है . यह जगह लगभग 500,000 वर्ग मील को कवर करती है . 

    इस मिस्ट्री से भरी जगह से  यदि कोई हवाई जहाज , जहाज गुजरता है तो वो उसका आखिरी सफ़र होता है , ना जाने वो कहाँ चला जाता है . 

    अब तक यह त्रिकोण हजारो हवाईजहाजो और जहाजो को अपने अन्दर समेत चूका है .  

    barmuda Triangle Raj

    तो आज हम इसी बरमूडा ट्राएंगल से जुड़ी रोचक बाते और तथ्यों पर बात करने वाले है . Facts About Mysterious Triangle Of Barmuda in Hindi  . 


    कहाँ है बरमूडा ट्राएंगल 

    अटलांटिक महासागर का वो भाग जिसे डेविल्स ट्राईएंगल यानी कि शैतानी त्रिभुज के नाम से भी जाना जाता है .  यह 5 लाख वर्ग किमी में फैला हुआ है और कई सालो से बदनाम है .  पिछले 100 सालो में 100 से ज्यादा जहाज और 75 से ज्यादा एयरप्लेन को खा गया है त्रिकोण . ऐसा क्या है इस जगह में ? यह बहुत सालो तक एक ना सुलझने वाली गुत्थी बन कर रह गया था . 

    Barmuda Triangle
    Photo : https://www.washingtonpost.com/

    यहा से उड़ने वाले हवाई जहाज और पानी में चलने वाले जहाज  कहाँ गायब हो जाते है , आज तक पता नही चल पाया है . 

    सबसे पहले किसने जाना इसे 

    यदि इतिहास की बात करे तो सबसे पहले इस ट्रायंगल को खोजा था क्रिस्टोफर कोलंबस ने . जी हां वो ही क्रिस्टोफर कोलंबस जिसने भारत के समुंद्री रास्ते  की खोज 14वी सदी में  की थी .

     कोलंबस के लेखो में इस बरमूडा ट्राएंगल का जिक्र आता है जिसे उन्होंने बहुत ही खतरनाक बताया है , उनके अनुसार यहा समुन्द्र अलग तरह से भय उत्पन्न करता है . जहाजो को उस जगह संभाल पाना बहुत कठिन हो जाता है . यह बरमूडा ट्राएंगल एक द्वार है जो ऐसी दुनिया में जाता है जहाँ से कोई फिर वापिस लौट के नही आ सकता .  

    कुछ लोगो ने उनके इस लेख को दुसरे ग्रह के एलियन से जोड़ा 

    क्यों बरमूडा ट्राएंगल को कहते है मौत का द्वार 

    कहते है यह जगह दुनिया के सबसे रहस्मय जगहों में से एक है . यहा मैग्नेटिक कंपास काम करना बंद कर देता है .  ना ही राडार काम करता है ना ही किसी अन्य तरीके के सिग्नल पकड़ते है . 

    ऐसा होने से जो भी साधन इस जगह से गुजरते है वे अपने सही मार्ग से भटक जाते है और फिर किसी दुर्घटना का शिकार हो जाते है . उनका विश्व से कनेक्टिविटी टूट जाती है और स्टेशन पर उनकी कोई खबर नही आ पाती है . 

    यही कारण है कि जो भी हवाईजहाज या जहाज इस ट्रायंगल से गुजरा है वो फिर कभी दुबारा देखा नही गया . 


    क्या राज है  बरमूडा ट्राएंगल

    विनाशकारी मौसम 

    बरमूडा ट्राएंगल का राज अब काफी हद तक सुलझ चूका है . इस जगह हवाई जहाजो का गायब होना बहुत समय तक लोगो के लिए एक रहस्य बना हुआ था . मुख्य धारणा जो इस रहस्मई  ट्राएंगल के राज खोलती है वो यह है कि यहा का मौसम सबसे ज्यादा विनाशकारी है .  

    अब शौध में यह पता चला है कि इस बरमूडा ट्राएंगल वाली जगह पर एक अलग तरह के बादल बनते है . ये बादल बहुत ही शक्तिशाली उर्जा वाले होते है जिसमे एक बम विस्पोट के बराबर शक्ति होती है . 

    ऐसे बादलो को हेक्सागोनल क्लाउड कहा जाता है .  

    कुछ शौधकर्ताओं ने अपने गहन अध्ययन से यह भी पता लगाया कि इस बरमूडा ट्राएंगल में मौसम बहुत बिगड़ा रहता है . यहा बहुत ही तेज हवाए चलती है जो जहाजो और हवाईजहाजो के संतुलन को बिगाड़ देती है . 

    यह हवाए बहुत तेज रफ़्तार से चलती है जिनकी स्पीड 300 किमी पर घंटे जितनी तेज होती है . 

    मीथेन गैस : - 

    यह भी प्रबल मान्यता है कि इस क्षेत्र में मीथेन गैस का रिसाव अत्यधिक है जिससे की पानी का घनत्व बहुत कम हो जाता है . इसके कारण जो भी जहाज इस क्षेत्र से गुजरते है वो कम घनत्व को पाकर तैर नही सकते और सीधे गहरे पानी में समा जाते है . 

    एलियन से सम्बन्ध :- 

    इस जगह को लेकर ऐसी भी बाते उठी है कि यह जगह एलियन और यूएफओ  के आने जाने का द्वार है . बरमूडा ट्रायंगल दूसरी दुनिया में खुलता है जहाँ गया कोई यान फिर से वापिस नही आ पाता है . हॉलीवुड की कुछ फिल्मे इसी बात को बताने के लिए फिल्माई गयी है . 

    जबरदस्त चुम्बकीय क्षेत्र :- 

    कुछ लोग मानते है कि इस त्रिभुज में जबरदस्त पॉवर वाला चुम्बकीय क्षेत्र है , जब कोई यान या हवाई जहाज इसमे प्रवेश करता है तो बहुत तेजी से खीचा या धकेला जाता है जिसके कि वो विमान इस तरह फिसिज जाता है कि उसका पता तक नही चलता है . 


     बरमूडा ट्राएंगल ने कितनो को निगल लिया 

    माना जाता है की सबसे पहले 1872 में जहाज द मैरी बरमूडा ट्राएंगल का शिकार हुआ था लेकिन उस समय टेक्नोलॉजी इतनी विकसित नही थी कि इस जगह का ज्यादा पता लगाया जा सके और बरमूडा त्रिकोण का पता लगाया जा सके . 

    उसके बाद ऐसे बहुत से जहाज इस त्रिकोण के आस पास में दुर्घटना का शिकार हुए पर लोगो को यही लगता गया कि ये समुन्द्र या जहाज के कैप्टन की ही गलती है . 

    लेकिन 16 सितम्बर 1950 को फिर एक न्यूज़ पेपर ने इस जगह के ऊपर एक लेख प्रकाशित किया जिसमे इसे एक जानलेवा जगह बताई गयी . 

    लेख में बताया गया कि इतने सारे समुन्द्र में यह जगह ही क्यों अनोखी है जहाँ इतनी सारी दुर्घटनाये होती है . 

    अमेरिकन फ्लाइट 19 इसी त्रिकोण में गायब हो गयी . 

    इसके बाद 1945 में  TBM युद्धक बमवर्षक ने इस क्षेत्र से जब उड़ान भरी तो फिर उसका पता आज तक नही चल पाया है . 

    ऐसे ही ना जाने कितने ही विमान इस क्षेत्र में प्रवेश करके गायब हो गये . 


    Conclusion (निष्कर्ष )

    इस आर्टिकल में हमने जाना कि  बरमूडा ट्राएंगल किसे कहते है और यह कैसे धरती पर मौत का खेल रहा है 

    बरमूडा ट्रायंगल में ऐसा क्या है जिसके कारण यहा से जो भी यान गुजरता है वो इसमे समा जाता है या फिर नष्ट हो जाता है . 

    आशा करता हूँ इस पोस्ट के द्वारा आपको बरमूडा ट्रायंगल से जुड़ी  रोचक बाते समझ आ गयी है  . यदि इस पोस्ट को लेकर आप कोई सुझाव देना चाहते है तो आप कमेंट के माध्यम से दे सकते है . 

    कंगारू से जुड़े अजीबो गरीब और रोचक हिंदी फैक्ट्स 

    जानवरों , पक्षियों और मछलियों से जुड़े रोचक फैक्ट्स

    किंग कोबरा साँप से जुड़े अनोखे तथ्य और रोचक फैक्ट्स

    Post a Comment

    Previous Post Next Post