गुजरात के प्रसिद्ध मंदिर

Famous Temple In Gujarat गुजरात भारत के पश्चिम में स्तिथ राज्य है जहा शिव शंकर , कृष्ण भगवान और शक्तिपीठ के रूप में अम्बाजी विराजमान है | यह राज्य हिन्दू धर्म की द्रष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है | मथुरा में जन्मे श्री कृष्ण ने युवा अवस्थान में उत्तर प्रदेश को छोड़कर गुजरात के समुन्द्र के किनारे ही अपनी द्वारिका बसाई थी . यह वो राज्य है जहाँ 12 ज्योतिर्लिंग  आइये आज जानते है गुजरात के मुख्य प्रसिद्ध मंदिरों के बारे में

गुजरात के प्रसिद्ध मंदिर कौनसे है


सोमनाथ ज्योतिर्लिंग :

12 ज्योतिर्लिंगों में से सबसे पहले सोमनाथ ज्योतिर्लिंग का नाम आता है | यहा चन्द्र देवता ने भगवान शिवजी की घोर तपस्या कर अपने आपको को दक्ष के श्राप से मुक्त किया था | यह सागर किनारे बहुत ही भव्य शिव मंदिर है |

द्वारकाधीश मंदिर :

यह मंदिर भगवान कृष्ण को समर्प्रित है | कृष्ण ने बड़े होकर द्वारका धाम में ही अपना महल बनाकर रहने लग गये थे | आदि गुरु शंकराचार्य के द्वारा स्थापित भारत के चार धाम में से एक है यह द्वारका धाम |

खाटू श्याम मंदिर सूरत :

यह मंदिर श्याम सेवा संस्थान द्वारा सूरत में बनाया गया है | माना जाता है की बर्बरीक (श्याम बाबा ) का यह देश में सबसे भव्य मंदिर है | साथ ही सालासर बालाजी का विग्रह यहा लगाई गयी है | श्याम मंदिर सूरत शहर के बीच में संगरमरमर से बना एक भव्य मंदिर है जो वीआईपी रोड पर स्तिथ है . 

अम्बा जी मंदिर :

यह गुजरात में स्तिथ अति सुन्दर शक्तिपीठ है | यहा किसी मूर्ति या विग्रह की पूजा नही की जाती | यहा सिर्फ श्री यन्त्र की पूजा की जाती है | इसे भी भक्त और पुजारी सीधी आँखों से नही देख सकते | नवरात्रि में यहा लाखो भक्त दर्शन करने आते है | यहा सोने का दान भारी मात्रा में दिया जाता है जिससे की मंदिर का शिखर पूर्ण स्वर्णमय हो जाये | 

अक्षरधाम मंदिर :

यह गुजरात के भव्य मंदिरों में से एक है | यह गुजरात के गांधीनगर में मुख्य प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है | यहा भक्ति और वास्तुकला का अनुपम सामंजस्य है | मंदिर बहुत ही भव्य और विशाल है जिसमे भगवान स्वामीनारायण और उनके अनुयायियों की मुर्तिया लगाई गयी है | मंदिर परिसर में अति सुन्दर बाग़ और फव्वारे लगे हुए है जो असीम शांति देते है |

श्री कष्टभंजन हनुमान मंदिर :

यह हनुमान जी को समर्प्रित बहुत ही सुन्दर मंदिर भावनगर के सारंगपुर में है | इस मंदिर की मुख्य विशेष है की यहा शनि देव स्त्री रूप में हनुमान जी के चरणों में विराजमान है | ऐसी मान्यता है की अपने नाम के अनुरूप यहा हनुमान जी अपने भक्तो के सभी कष्टों को दूर करने में सहायक है |

नागेश्वर ज्योतिर्लिंग


नागेश्वर ज्योतिर्लिंग : यह भी भगवान शिव को समर्पित ज्योतिर्लिंग है | यह द्वारका से 17 मील की दुरी पर स्तिथ है | नागेश्वर का अर्थ है नाग देवताओ के ईश्वर जो महादेव है | यहा शिवजी ने अपने भक्त सुप्रिय की रक्षा दारुक राक्षस से की थी और अपना अंश इस शिवलिंग में छोड़ा था | 

स्तंभेश्वर महादेव मंदिर

गुजरात के समुन्द्र तट पर आपको एक सबसे अनोखा शिवालय देखने को मिलेगा जिसका अभिषेक स्वयं समुन्द्र देवता करते है . इस शिवालय में जो शिवलिंग है उसकी स्थापना खुद शिव के पुत्र कार्तिकेय जी ने की थी . 

यहा दिन में दो बार शिवलिंग समुन्द्र में समां जाता है अत: इस मंदिर में आरती का समय फिक्स नही होता और वे ज्वार भाते को देखकर ही तय किया जाता है . 

इन सभी बातो से यह स्तंभेश्वर महादेव मंदिर अपनी अलग ही पहचान बनाता है . 


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